फेसबुक पर इंसानी खोपड़ी और हड्डियां बेचती थी महिला अगर आप सोशल मीडिया स्क्रॉल करते हैं तो आप देखते होंगे कि वहां पर विभिन्न शॉपिंग साइट्स के विज्ञापन दिख रहे होते हैं। जिन पर कुछ ना कुछ बिक रहा होता है। ये चीज अधिकतर फेसबुक पर देखने को मिलती है। यहां शॉपिंग के लिए बहुत सारे लिंक्स आपको दिख जाएंगे। जहां लोग कुछ ना कुछ बेच रहे होते हैं। इससे लोगों की अच्छी-खासी कमाई हो जाती है। ऐसी ही एक महिला की कहानी सोशल मीडिया पर इन दिनों वायरल हो रही है। जिसने फेसबुक पर इंसानों की हड्डी बेचकर अच्छी-खासी कमाई कर ली।
महिला की स्टोरी सोशल मीडिया पर हुई वायरल महिला की ये स्टोरी कई इंटरनेशनल मीडिया संस्थानों ने कवर की। जिनमें न्यूयॉर्क पोस्ट ने अपने रिपोर्ट में बताया कि 52 साल की इस महिला ने फेसबुक पर इंसानों की हड्डियां बेची। उसके पास इंसानी हड्डी-पसलियों का अच्छा सा कलेक्शन था। जिसे वह फेसबुक पर बड़े ही आराम से ऑनलाइन बेच रही थी। जब पुलिस को महिला के इस व्यापार के बारे में पता चला तो उनके होश ही उड़ गए। जिसे लेकर पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर उससे जवाब-तलब किया लेकिन पुलिस के सवालों का उस महिला ने ऐसा जवाब दिया कि सुनने के बाद पुलिस वाले दंग रह गए।
पुलिस ने महिला को किया गिरफ्तार महिला का नाम किम्बर्ली ऐनी शॉपर (Kymberlee Anne Schopper) बताया गया है। जो डेल्टोना की रहने वाली है। महिला को पुलिस ने इंसानी बॉडी पार्ट्स का व्यापार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मामला दिसंबर 2023 का है, जब पुलिस को फेसबुक मार्केटप्लेस पर खुलेआम इंसानी हड्डियां बेचने के बारे में पता चला था। जिसे लेकर पुलिस ने फौरन जांच-पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस जांच में पता चला कि विकेड वंडरलैंड नाम से फेसबुक पर एक पेज है। जहां इंसानी हड्डियों की कई तस्वीरें देखने को मिलीं। इन हड्डियों को अलग-अलग दाम पर बेचा जा रहा था।
महिला इन कीमतों पर बेच रही थी इंसानी हड्डियां
फेसबुक के उस पेज पर लगे कुछ हड्डियों के रेट इस प्रकार थे। जैसे दो इंसानी खोपड़ियों की कीमत 90 डॉलर यानि साढ़े 7 हजार रुपये रखी गई थी। एक मानव हंसली और कंधे वाली हड्डी की कीमत 90 डॉलर मतलब साढ़े 7 हजार रुपये से भी अधिक और एक मानव पसली की कीमत 35 डॉलर यानि 3 हजार रुपये से अधिक रखी गई थी। एक मानव खोपड़ी की कीमत 600 डॉलर यानि लगभग 52 हजार रुपये तय की गई थी।
पुलिस पूछताछ में महिला ने दिया ऐसा जवाब
इस बाबत जब पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की तो महिला ने पुलिस को बताया कि वह सालों से इंसानी हड्डियों को बेच रही थी और उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि इंसानों की हड्डियां बेचना गैरकानूनी है। महिला ने आगे पुलिस को बताया कि उसके पास जो इंसानी हड्डियां थीं, उन्हें उसने प्राइवेट सेलर्स से खरीदा था। महिला ने पुलिस को लेन-देन के कागज भी दिखाने को बोले थे लेकिन वह बाद में उन्हें नहीं दिखा पाई थी। बाद में उस महिला को 7500 बॉन्ड यानि लगभग 6.46 लाख रुपये की जमानत पर छोड़ दिया गया। महिला के यहां से मिली इंसानी हड्डियों की जांच की गई तो पता चला कि महिला के पास जो हड्डियां थीं, वे 100 से 500 साल तक पुरानी हैं।
डिस्क्लेमर: इस खबर में दी गई जानकारी सोशल मीडिया पोस्ट पर आधारित है।