वाशिंगटनः मॉस्को के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बेहद सनसनीखेज बयान दिया है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका रूस के साथ परमाणु युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार है। हालांकि इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि “मुझे नहीं लगता कि ऐसी स्थिति में कोई भी जीतता है।”
रूस के करीब परमाणु पनडुब्बियां तैयार करने के बाद ट्रंप ने दिया बयान
ट्रंप ने यह बयान तब दिया, जब उन्होंने कुछ घंटों पहले रूस के करीब अमेरिकी परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती कर दी। ट्रंप के इस बयान के बाद रूस और अमेरिका के रिश्तों में और अधिक तनाव बढ़ने की आशंका है। इससे पहले ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया मंच पर एक पोस्ट में कहा कि मेदवेदेव के ‘बेहद भड़काऊ बयानों’ के आधार पर उन्होंने उचित क्षेत्रों में दो परमाणु पनडुब्बियों को तैनात करने का आदेश दिया है। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘बयान बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और कभी-कभी यह अनचाहे दुष्परिणामों की ओर ले जाते हैं, मैं आशा करता हूं कि मेदवेदेव के बयानों से ऐसा न हो।’’
ट्रंप और रूस के पूर्व राष्ट्रपति के बीच तीखी जुबानी जंग
उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने बृहस्पतिवार तड़के एक पोस्ट में मेदवेदेव को ‘‘रूस का नाकाम पूर्व राष्ट्रपति’’ बताया था। इसके कुछ घंटे बाद मेदवेदेव ने जवाब देते हुए अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा, ‘‘रूस हर मामले में सही है और अपने रास्ते पर चलता रहेगा।’’ ट्रंप और मेदवेदेव में जुबानी जंग की शुरुआत इसी हफ्ते तब हुई थी, जब मेदवेदेव ने पहले लिखा, “ट्रंप रूस के साथ अल्टीमेटम गेम खेल रहे हैं। उन्हें दो बातें याद रखनी चाहिए। पहली यह कि रूस इजराइल या ईरान नहीं है और दूसरी यह कि हर नया अल्टीमेटम एक खतरा है और युद्ध की ओर ले जाने वाला एक कदम है। रूस और यूक्रेन के बीच नहीं, बल्कि उनके अपने देश (अमेरिका) के साथ।”
ट्रंप ने कहा पूरी तरह हैं तैयार
इससे पहले भी ट्रंप रूस के खिलाफ जंग के लिए तैयार होने का बयान दे चुके हैं। शुक्रवार को जब वह व्हाइट हाउस से रवाना हो रहे थे, तब उनसे पूछा गया कि पनडुब्बियों का स्थान कहां बदला गया है तो उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी। ट्रंप ने कहा, “हमें ऐसा करना ही था। हमें बस सावधान रहना होगा। धमकी दी गई थी। हमें लगा कि यह उचित नहीं है, इसलिए मुझे बहुत सावधान रहना होगा।” ट्रंप ने यह भी कहा, “मैं ऐसा अपने लोगों की सुरक्षा के लिए कर रहा हूं। जब आप परमाणु शक्ति की बात करते हैं, तो हमें तैयार रहना होगा। हम पूरी तरह से तैयार हैं।”
मेदवेदेव कौन हैं जिनसे भिड़े ट्रंप
मेदवेदेव रूस के पूर्व राष्ट्रपति रह चुके हैं। वह रूस के राष्ट्रपति तब बने जब 2008 में व्लादिमीर पुतिन पर लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद मेदवेदेव 2008 से 2012 तक रूस के राष्ट्रपति रहे थे। बाद में पुतिन को फिर चुनाव लड़ने की अनुमति मिलने के बाद मेदवेदेव ने पद छोड़ दिया था। अब 2012 से पुतिन लगातार रूस के राष्ट्रपति हैं। ट्रंप और मेदवेदेव में इस दौरान जुबानी जंग काफी तेज चल रही है।