सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सेवानिवृत्त हुए डीजीपी प्रशांत कुमार का नाम लिए बिना कटाक्ष करते हुए कहा कि वे जाते-जाते जरूर सोच रहे होंगे कि उन्हें क्या मिला, जो हर गलत को सही साबित करते रहे। यदि व्यक्ति की जगह संविधान और विधान के प्रति निष्ठावान रहते तो कम-से-कम अपनी निगाह में तो सम्मान पाते।
अखिलेश ने एक्स के माध्यम से कहा कि अब देखना ये है कि वे जो जंजाल पूरे प्रदेश में बुनकर गए हैं, नये वाले उससे मुक्त होकर निष्पक्ष रूप से न्याय कर पाते हैं या फिर उसी जाल के मायाजाल में फंसकर ये भी सियासत का शिकार होकर रह जाते हैं। दिल्ली-लखनऊ की लड़ाई का खामियाजा उत्तर प्रदेश की जनता क्यों झेले। जब डबल इंजन (सरकार) मिलकर एक अधिकारी नहीं चुन सकते तो भला देश-प्रदेश क्या चलाएंगे। उन्होंने कार्यवाहक डीजीपी मिलने पर कटाक्ष किया।