कानपुर से चलकर आगरा सवारियां लेकर जा रही मैनपुरी डिपो की रोडवेज बस से एसपी सिटी कार्यालय के सामने एक ई-रिक्शा टकरा गया। इतने में ई-रिक्शा चालक ने गाली-गलौज करते हुए अपने अन्य 15 साथियों को बुला लिया। दबंगई दिखाते हुए रोडवेज बस चालक को बंधक बनाकर ले गए। अफवाह उड़ गई कि बस चालक का अपहरण हो गया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए रसूलपुर से ई-रिक्शा और बस चालक को हिरासत में ले लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मैनपुरी निवासी परिचालक करन सिंह और चालक नीतेश कुमार मैनपुरी डिपो की बस से सवारियों को लेकर आगरा जा रहे थे। मंगलवार सुबह करीब दस बजे थाना उत्तर क्षेत्र में एसपी सिटी कार्यालय के सामने एक महिला सड़क पार कर रही थी। यह देख बस चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिए। इसी बीच पीछे से तेज रफ्तार में आ रहा ई-रिक्शा बस से टकरा गया। जिससे ई-रिक्शा में नुकसान हो गया। इतने में ही ई-रिक्शा चालक ने चालक को बस से बाहर खींच लिया और गाली-गलौज करने लगा। उसने फोन कर अपने अन्य साथियों को भी मौके पर बुला लिया।
फिर क्या था आरोपी बस चालक को ई-रिक्शा में बंधक बनाकर साथ ले गए। जब यह सूचना हर जगह फैली कि एसपी सिटी कार्यालय के सामने से ही दिनदहाड़े रोडवेज बस चालक का अपहरण हो गया तो पुलिस के भी हाथपांव फूल गए। अधिकारियों ने तत्काल मामले की संज्ञान लिया और उत्तर पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी में लगा दिया। उत्तर पुलिस ने बस चालक की लोकेशन के आधार पर उसे रसूलपुर इलाके से बरामद किया है। साथ ही ई-रिक्शा चालक को भी हिरासत में ले लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि ई-रिक्शा चालक पुलिस को सूचना देने के बजाय खुद ही बस चालक को साथ लेकर ई-रिक्शा के शोरूम मरम्मत कराने के लिए ले गया था। मामले में कोई शिकायती पत्र नहीं मिला है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
आधे घंटे तक बस में इंतजार करते रहे यात्री
दिनदहाड़े हुई इस घटना ने सभी के होश उड़ा दिए थे। यात्रियों ने अपने सब्र का परिचय दिया। चालक और परिचालक के न आने तक सभी यात्री बस में ही उनका इंतजार करते रहे। इसके बाद पुलिस ने बस को बस स्टैंड परिसर में खड़ा करा दिया। सवारियों को दूसरी बस से गंतव्य के लिए भेजा गया। आधे घंटे तक बस एसपी सिटी कार्यालय के सामने ही खड़ी रही।