आगरा में कोल्ड स्टोरेज संचालिका को ब्लैकमेल कर 40 लाख रुपये की बकाया रकम का स्टांप तैयार कर लिया। पहने हुए जेवरात उतरवा लिए। एसीजेएम-7 ने एक पुलिसकर्मी सहित चार के विरुद्ध थानाध्यक्ष कमलानगर को केस दर्ज कर विवेचना के आदेश दे दिए।
पीड़िता ने अदालत में एक पुलिसकर्मी सहित चार के खिलाफ प्रार्थनापत्र प्रस्तुत कर आरोप लगाया कि वह पति की मौत के बाद कोल्ड स्टोरेज का संचालन कर रही हैं। उनके बेटे गौरव की पारुल गुप्ता के पुत्र ईशु से पहचान थी। इस वजह से उनकी भी हो गई। पारुल गुप्ता ने अपने पति की बीमारी का हवाला देकर रुपये मांगना शुरू कर दिया। पारुल गुप्ता ने लॉटरी संचालन संदीप कुमार शर्मा को मिलाया। लॉटरी के 74 हजार रुपये भी जुलाई 2025 में जमा करा लिए। 26 अगस्त की शाम 7 बजे पारुल गुप्ता ने उन्हें घर बुलाया।
चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। बेहोश कर वीडियो बना ली। ब्लैकमेल कर स्टांप पेपर पर तैयार कर उन पर 40 लाख बकाया रकम दिखा दी। जेवरात भी उतार लिए। वह दूसरे दिन घर पहुंची। बाद में पीड़िता के भाई को भी षड्यंत्र के तहत बुलाकर पुलिसकर्मी से डराया गया।

