कानपुर में पिछले दिनों कुछ युवाओं ने ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर चस्पा किए थे। इसके बाद पुलिस ने पोस्टर लगाने वाले युवकों को गिरफ्तार किया था। इसी के बाद से ही प्रदेश के अन्य जिलों में भी मुस्लिम युवाओं ने इस तरह के बैनर, पोस्टर लगाना शुरू कर दिया है। कानपुर के बाद आगरा में भी इस तरह के बैनर लगवाए गए थे। पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत किया था। विरोध की यह आग अब मथुरा तक फैल गई है।
जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समाज के युवाओं ने भरतपुर गेट से लेकर चौक बाजार तक घरों और कुछ दुकानों पर आई लव मोहम्मद के पोस्टर और बैनर लगा दिए। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया। कुछ ही देर में काफी संख्या में पुलिस बल भरतपुर गेट पर पहुंच गया। पुलिस ने आनन-फानन में इन पोस्टरों को उतरवा दिया।
कुछ मुस्लिम युवकों ने इसका विरोध भी किया, मगर पुलिस की सख्ती के सामने किसी की एक नहीं चली। इसके बाद इलाके में तनावपूर्ण हालात पैदा हो गए। पुलिस ने फ्लैगमार्च भी निकाला। इस संबंध में शाही ईदगाह कमेटी के सचिव तनवीर अहमद एडवोकेट का कहना है कि शहर में इस तरह का कोई विवाद नहीं है। वैसे सभी को संविधान ने धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार दिया है। किसी तरह का आपत्तिजनक पोस्टर नहीं होना चाहिए। धर्म के अनुसार आचरण करने की स्वतंत्रता सभी को है।
दूसरी ओर, विश्व हिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष कन्हैयालाल अग्रवाल का कहना है कि भरतपुर गेट पर इस तरह के पोस्टर लगाकर नई परंपरा शुरू करने की कोशिश की गई। नई परंपरा शुरू नहीं होनी चाहिए। त्योहारी सीजन में सौहार्द बनाए रखने की जरूरत है।

