आगरा के सिकंदरा स्थित कल्पना कुंज कॉलोनी में परचून व्यापारी राजकुमार उपाध्याय (60) की हत्या नौकर शंकित और प्रशांत सविता ने की थी। आरोपी उनके गर्दन और सीने पर चाकू से प्रहार करने के बाद 40 हजार रुपये, जेवरात और मोबाइल लूट ले गए थे। दोनों आरोपी पुलिस और मृतक के परिजन के सामने आंसू बहाते रहे थे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
आनंदीपुर, फिरोजाबाद निवासी राजकुमार उपाध्याय एक महीने पहले कल्पना कुंज में आकर रहने लगे थे। उनका बेटा आशीष उपाध्याय दवा का काम करता है। 20 सितंबर को उनका का शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी नुकीली वस्तु से हत्या होने की बात सामने आई थी। इस पर पुलिस ने जांच की। अपर पुलिस उपायुक्त आदित्य सिंह के मुताबिक, आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि मृतक राजकुमार के घर और दुकान पर शंकित और प्रशांत काम करते थे। दोनों आरोपियों को पता था कि राजकुमार के खाते में लाखों की रकम है।
घटना वाले दिन राजकुमार की जेब में 40 हजार रुपये रखे आरोपियों ने देख लिए थे। इससे दोनों की नियत खराब हो गई। शराब पीने के बाद चारपाई पर राजकुमार टीवी देख रहे थे। तभी पीछे से दोनों ने उन्हें पकड़ लिया। सब्जी काटने वाले चाकू से प्रशांत ने गर्दन तो शंकित ने सीने में छुरी से प्रहार कर दिया। हत्या के बाद दोनों आरोपी कपड़े बदलकर घर से बाहर निकल गए। तीन दिन बाद पुलिस के पहुंचने पर आरोपी भी आ गए। पोस्टमार्टम गृह से श्मशान घाट तक अंतिम संस्कार में शामिल होकर फूट-फूटकर रोते रहे थे। बुधवार रात पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
यूपीआई ट्रांसफर की रकम से पुलिस को मिला सुराग
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि राजकुमार का मोबाइल भी चोरी किया था। इसके बाद सिम निकाला था। सिम निकालने के बाद दूसरे फोन में डालकर यूपीआई चालू कर 40 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करे। इससे पुलिस को सुराग मिल गया और दोनों को पकड़ लिया। आरोपी हत्या के बाद दिल्ली और जयपुर गए।

