बरेली में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी कैनविज कंपनी के मालिक कन्हैया गुलाटी के खिलाफ दो और रिपोर्ट दर्ज कराई गई हैं। शाहजहांपुर के तिलहर निवासी सुनैना गुप्ता और बरेली के इज्जतनगर निवासी ललित मोहन की ओर से बारादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसमें कन्हैया गुलाटी, उसकी पत्नी राधिका गुलाटी, बेटे गोपाल गुलाटी समेत 20 लोगों को नामजद किया गया है। पीड़ितों का आरोप है कि गुलाटी और उसके गिरोह ने कंपनी में निवेश करने पर मोटा मुनाफा देने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये ठग लिए।
बरेली में कन्हैया गुलाटी और उसके गिरोह पर एक महीने में करीब दस मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। गुलाटी ने अपनी चिटफंड कंपनी के जरिये शहरवासियों को कम समय में रुपये दोगुने व तिगुने करने का झांसा दिया। कुछ ही साल में भरोसा कायम कर निवेशकों को करोड़ों रुपये का चूना लगा दिया और अब परिवार समेत भाग गया है।
मंजू गुप्ता से 18 लाख रुपये ठगे
गुलाटी की धोखाधड़ी की शिकार महानगर निवासी मंजू गुप्ता ने बताया कि फरीदपुर तहसील के गांव अंधरपुर में कैनविज विलेज वैली में 2015 में एक प्लॉट खरीदा था। कैनविज कंपनी ने दो साल के अंदर कॉलोनी के सभी प्लॉट बीडीए से स्वीकृत कराने का वादा किया था। दस साल गुजरने के बाद भी कॉलोनी में कोई काम नहीं हुआ। शिकायत करने पर कंपनी के सीएमडी ने फोन उठाना बंद कर दिया। कंपनी ने अपना मुख्य दफ्तर भी बंद कर दिया है। डीडीपुरम में मुख्यालय खोला था, वह भी बंद है। कंपनी के निदेशक कन्हैया गुलाटी और सीईओ आशुतोष श्रीवास्तव ने विभिन्न योजनाओं के जरिये करीब 600 करोड़ की ठगी की है। मंजू से प्लॉट के बदले 1803710 रुपये ऐंठ लिए। मंजू ने बारादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

