17 छात्राओं के यौन शोषण का आरोपी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ स्वामी पार्थ सारथी को आगरा के होटल से गिरफ्तार कर लिया गया। चैतन्यानंद सरस्वती ने होटल में कमरा लेते ही कर्मचारियों से कहा था कि जो नहाया न हो वो कमरे में प्रवेश न करे। कमरे में चप्पल उतार कर आएं। इस कारण कोई भी उसके कमरे में नहीं गया। आगरा में चैतन्यानंद सरस्वती ने होटल में कमरा लेते ही हाउसकीपिंग सर्विस के कर्मचारियों को हिदायत दे दी थी। कहा था कि बिना अनुमति कमरे में मत आना। जो नहाया न हो वो कमरे में प्रवेश न करे। कमरे में चप्पल उतार कर आएं। इस कारण कोई भी उसके कमरे में नहीं गया।
होटल में आने के बाद भी 17 छात्राओं के यौन शोषण का आरोपी चैतन्यानंद सरस्वती अपने टैक्सी चालक के संपर्क में ही था। ऐसा लग रहा था कि वह उसके साथ रविवार को कहीं और जाने वाला था। उससे ही व्हाट्सएप कॉल पर बात कर रहा था। रात आठ बजे उसे कॉल करके फलाहार मंगाया।
रात में आलू के साथ खाईं कुट्टू की पूड़ी
इस पर चालक ने होटल के बगल के रेस्तरां के कर्मचारी देवा को कॉल किया। देवा ने बताया कि चालक ने उससे कहा कि फलाहार चाहिए। पहले उन्होंने मना किया। बाद में भोजन के लिए आलू तैयार करवाए। रात करीब आठ बजे एक कर्मचारी कमरे में दे आया। एक घंटे बाद चालक का फिर से कॉल आया। उसने इस बार व्रत वाली कुट्टू की पूड़ी और कट्टू की सब्जी मांगी।
आधा घंटे बाद कर्मचारी वह भी दे आया। इसके बाद कोई कॉल नहीं आया। आरोपी बाबा के पकड़े जाने के बाद कमरा दिलाने में सहयोग करने वाले कौशल और चालक टीटू ने फोन उठाना बंद कर दिया। देवा ने बताया कि खाने के बिल का भुगतान नहीं किया गया था।
इस कारण वो चालक को कॉल कर रहा था मगर किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया। बाद में पता चला कि स्वामी पार्थ सारथी ने होटल का भी भुगतान नहीं किया। कर्मचारी ने रकम मांगने का प्रयास किया तो पुलिसकर्मियों ने कहा कि रकम चाहिए तो दिल्ली आकर ले जाना।
खाता खुलवाते समय अलग-अलग दस्तावेज जमा कराए थे
जानकारी के अनुसार, चैतन्यानंद सरस्वती प्राथमिकी दर्ज होने के बाद चार अगस्त को दिल्ली से भाग गया था। आगरा के होटल कर्मचारियों के अनुसार, चैतन्यानंद 27 सितंबर को शाम करीब चार बजे होटल पहुंचा, जहां उसे कमरा नंबर 101 दिया गया। उन्होंने बताया कि वह पूरी रात कमरे में रहा। ये भी पता लगा है कि ‘पार्थ सारथी’ ने अपने खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद 50 लाख रुपये से ज्यादा की रकम निकाल ली। अधिकारी ने कहा कि खाता खुलवाते समय उसने कथित तौर पर अलग-अलग विवरण वाले दस्तावेज जमा किए थे।

