आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आधुनिक सर्विलांस के सहारे पुलिसिंग करने वाली कमिश्नरेट पुलिस सनसनीखेज हत्याकांडों में फेल साबित हो रही है। पहलगाम हमले के बाद ताजगंज के यलो जोन के नजदीक हुए गुलफाम हत्याकांड का चौथा आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। इसी तरह कारगिल चौराहे पर दो जून को हुए हत्याकांड का आरोपी भी पुलिस के हाथ नहीं लग सका है।
ताजमहल के अति सुरक्षित इलाके में 23 अप्रैल की रात बिरयानी विक्रेता गुलफाम की बाइक सवार तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। चचेरा भाई सैफ घायल हुआ था। पहलगाम की घटना के बाद आरोपियों ने हत्याकांड को सांप्रदायिक रंग देने के लिए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था, जिसमें उन्होंने खुद हत्याकांड को अंजाम देने की बात कही थी। इससे पुलिस के होश उड़ गए थे।
पुलिस टीमों ने हत्याकांड के तीन आरोपियों को मुठभेड़ के बाद पकड़़ा था। इनमें शिवम बघेल, प्रियांशु यादव और मनोज चौधरी को जेल भेजा गया था। पुलिस ने तफ्तीश की तो पता चला कि चौथा आरोपी भी रेकी करने और बाइक के आसपास घूमता दिखा था। यह आरोपी करवना, ताजगंज निवासी पुष्पेंद्र था। पुलिस आज तक उसका पता नहीं लगा सकी है। एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद का कहना है आरोपी की कुर्की की कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही आरोपी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित करने की तैयारी है। जल्द ही इनाम घोषित होगा।
कारगिल हत्याकांड का आरोपी भी दूर
सिकंदरा के कारगिल चौराहे पर 2 मई को दिनदहाड़े सराफ योगेश चौधरी की हत्या कर दी गई थी। लूट भी हुई थी। फरार बदमाश अमन को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था, जबकि दूसरे को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। बाद में आरोपी अमन के पिता को भी जेल भेजा गया था, लेकिन तीसरा आरोपी मघटई का फारुख आज तक फरार है। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है।
टीमें कर रही हैं काम
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि दोनों हत्याकांडों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगी हुई हैं। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।