हरदोई जिले में मेडिकल स्टोर संचालक की हत्या के आरोपी को पुलिस ने न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। अभी पुलिस को इस मामले में कुछ और लोगों की भी तलाश है। घटना का खुलासा करने से पहले आरोपी ने पुलिस को खूब बरगलाया।
पुलिस अधीक्षक ने उससे अंग्रेजी के कुछ शब्द लिखवाए, जिनकी फिरौती मांगने में इस्तेमाल किया गया था। हत्यारोपी ने उन शब्दों को गलत लिखा, जो फिरौती के मैसेज में गलत थे। कौन, हमें, परेशान, कल, नहीं जैसे शब्द अंग्रेजी में लिखवाने पर पोल खुलती चली गई।
सर्विलांस के सहारे आरोपी को हिरासत में लिया
हरपालपुर कोतवाली क्षेत्र के बांसी निवासी सचिन कुमार राजपूत (25) की बीते शुक्रवार की सुबह हत्या कर शव नहर में फेंक दिया गया था। पुलिस ने मामले की जांच की और सर्विलांस के सहारे हत्या करने वाले रामेंद्र को हिरासत में ले लिया।
एसपी ने अंग्रेजी में कुछ शब्द लिखवाए
पुलिस हिरासत में भी रामेंद्र हत्या करने की बात को झूठलाता रहा। तभी पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने उससे अंग्रेजी में कुछ शब्द लिखवाए। इन शब्दों का इस्तेमाल सचिन के परिजनों को दो लाख रुपये की फिरौती मांगने के लिए भी इस्तेमाल किया गया था।
रामेंद्र ने भी वैसे ही गलत लिखे थे शब्द
मैसेज में जो शब्द गलत और जिस तरह लिखे थे, रामेंद्र ने भी वैसे ही लिखे थे। जब यह बात रामेंद्र के सामने रखी गई, तो वह टूट गया। इसके बाद उसने हत्या किए जाने की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
फर्जी अभिलेखों से नौकरी कर रहे शिक्षकों की तरफ मोड़ना चाहता था मामला
सचिन की हत्या रामेंद्र ने पत्नी से अवैध संबंधों के चलते की थी। हत्या का रुख वह फर्जी अभिलेखों से नौकरी कर रहे शिक्षकों की तरफ मोड़ना चाहता था। फिरौती के लिए भेजे गए मैसेज में भी उसने इन बातों का उल्लेख किया था। दरअसल, रामेंद्र का करीबी रिश्तेदार ललितपुर में वर्ष 2021 में फर्जी अभिलेखों से नौकरी पाने में जेल जा चुका है।
फर्जी शिक्षकों को भी आए दिन करता रहा परेशान
रामेंद्र को कई और लोगों के बारे में भी जानकारी है, जो फर्जी अभिलेखों से शिक्षक बने हैं। इन फर्जी शिक्षकों को भी आए दिन रामेंद्र परेशान करता रहा है। एसपी नीरज कुमार जादौन प्रकरण ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग के निदेशक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी इसकी जानकारी पत्र से दी जा रही है।