फर्रुखाबाद के नवाबगंज में बैंडबाजे के साथ बरात चढ़ी, भांवरें भी पड़ीं, लेकिन कलेवा के समय दुल्हन ने दूल्हे के साथ जाने से इन्कार कर दिया। इससे खुशी के माहौल में मायूसी छा गई। मामला थाने तक पहुंचा। थाने में दूल्हा रोता रहा, लेकिन दुल्हन जाने को तैयार नहीं हुई।
आखिरकार दूल्हा बिना दुल्हन के ही लौट गया। थाना नवाबगंज के एक मोहल्ले निवासी युवती के यहां जनपद एटा कोतवाली अलीगंज के एक गांव से शुक्रवार को बरात आई थी। बैंडबाजे के साथ द्वारचार हुआ। स्टेज पर दुल्हन व दुल्हन ने एक-दूसरे को वरमाला डाली।
शनिवार तड़के भांवरें भी पड़ीं। मगर कलेवा के दौरान दिव्यांग दूल्हा चारपाई पर न बैठकर कुर्सी पर बैठ गया। दुल्हन की मामी ने चारपाई पर बैठने की जिद की लेकिन, दूल्हा नहीं बैठा।

