मैनपुरी के घिरोर क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर में कुछ माह पूर्व मिली मां दुर्गा की चांदी की प्रतिमा थाने से गायब हो गई। इसकी जानकारी तब हुई, जब स्थानांतरण के बाद हेड मोहर्रिर ने चार्ज छोड़ा। मूर्ति मंदिर से गायब थी और हूबहू वैसी ही मूर्ति हेड मोहर्रिर के घर पर मिली। मगर वह चांदी की नहीं थी। मामले में एसडीएम ने जांच की बात कही है।
थाना घिरोर क्षेत्र के गावं शाहजहांपुर में 18 सितंबर 2024 को ग्रामीणों को एक मां दुर्गा की चांदी की प्रतिमा पानी में उतराते हुए मिली थी। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क किनारे रख कर पूजा अर्चना शुरू कर दी थी। एक ग्रामीण के विरोध करने पर पुलिस प्रतिमा को थाने ले आई। थाने में बने मंदिर में ये मूर्ति स्थापित कर दी थी। सोमवार को हेड मोहर्रिर विजय शर्मा का स्थानांरण मथुरा जिले में हो गया तो उनकी विदाई चल रही थी।
इस दौरान हेड मोहर्रिर का चार्ज दूसरे हैड कांस्टेबल को दिया जा रहा था। तभी पता लगा कि मां दुर्गा की स्थापित की गई चांदी की प्रतिमा मंदिर से गायब है। जानकारी होते ही थाने में हडकंप मच गया। आनन फानन तलाश की गई तो प्रतिमा हेड मोहर्रिर के कमरे में मिली। मगर यह प्रतिमा चांदी की नहीं थी। मामला सामने आने के बाद चार्ज लेने वाले हेड मोहर्रिर ने एसडीएम प्रसून कश्यप को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की जानकारी दी है। एसडीएम का कहना है कि मामले में जांच कराई जा रही है। जांच में जो भी सत्यता सामने आएगी, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।