ताजमहल पूर्वी गेट पर जिस संग्रहालय को 9 साल पहले पूरा हो जाना था, वह छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम इस साल दिसंबर के अंत तक पूरा हो सकता है। शुक्रवार को जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने निरीक्षण कर जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी शुक्रवार दोपहर पर्यटन विभाग और उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम एवं टाटा प्रोजेक्ट्स के अधिकारियों के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय का निरीक्षण करने अचानक पहुंचे। उन्होंने म्यूजियम के निर्माण की प्रगति का ब्योरा लिया।
उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि छत्रपति शिवाजी म्यूजियम नई प्री-कास्ट तकनीक पर बनाया जा रहा था। यह पहला प्रोजेक्ट था, जिसमें प्री-कास्ट तकनीक का उपयोग किया गया था, लेकिन इमारत में कई जगह दरारें आ जाने से काम रोक दिया गया था।
टाटा प्रोजेक्ट्स के साथ बनी सहमति
जिलाधिकारी को बताया गया कि कई साल तक काम रुकने के कारण निर्माण एजेंसी टाटा प्रोजेक्ट्स ने आर्बिटेशन के लिए अपील दायर की थी। अब इस मामले में कंपनी से वार्ता करने के बाद सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर समाधान करा दिया गया है। म्यूजियम के लिए पुनरीक्षित 198 करोड़ रुपये की राशि पर प्रदेश सरकार ने भी स्वीकृति दे दी है, जिसकी किस्त भी निर्माण निगम को मिल गई है। जिलाधिकारी ने मानव संसाधन बढ़ाने, मजदूरों के रहने की व्यवस्था करने और दिसंबर 2025 तक म्यूजियम का काम पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान प्रेम शंकर उपाध्याय, नीरज वर्मा, रवींद्र कुमार, आकाश दीप सहित टाटा प्रोजेक्ट्स के अधिकारी मौजूद रहे।