हृदय रोगियों के उपचार में उत्तर प्रदेश अव्वल है। यहां सर्वाधिक मरीज ही नहीं देखे जाते हैं बल्कि हृदय रोगियों के उपचार में तकनीक का विकास और डॉक्टरों को अपडेट करने के लिए कार्यशाला भी होती है। इसके लिए उत्तर प्रदेश को कोलकाता में पिछले सप्ताह हुई कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (सीएसआई) के 75वें डायमंड जुबली नेशनल कॉन्फ्रेंस में प्रथम पुरस्कार दिया गया।
देशभर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए दिए जाने वाले इस पुरस्कार को यूपी-सीएसआई के मानद सचिव व केजीएमयू कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर और शरद चंद्र ने प्राप्त किया। इस दौरान विभिन्न शैक्षणिक बैठकों, स्नातकोत्तर शिक्षण कार्यशालाएं और सार्वजनिक जागरूकता कार्यक्रम के बारे में भी जानकारी दी।
यूपी सीएसआई के अध्यक्ष प्रो आदित्य कपूर ने कहा कि यह प्रो. शरद चंद्रा सहित पूरी टीम की मेहनत का परिणाम है। सीएसआई के उपाध्यक्ष व एसजीपीआई के प्रोफेसर सत्येन्द्र तिवारी ने कहा कि यह पुरस्कार इस बात का प्रमाण है कि यहां मरीजों के प्रति पूरी संवेदनशीलता बरतते हुए निरंतर नवाचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यूपी चैप्टर भविष्य में भी पूरी लगन के साथ मरीजों की सेवा में डटा रहेगा। हृदय रोगियों के इलाज को सस्ता एवं सुगम बनाने के साथ ही ऐसे नई पीढ़ी को भी संवारने का काम करेगा ताकि कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में बेहतरीन डॉक्टर तैयार हों और मरीजों को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके।