आगरा में ससुरालीजन ने विवाहिता को दो लाख रुपये की मांग पूरी नहीं होने पर घर से निकाल दिया। बेटे को जन्म देने के दौरान पीड़िता को लकवा मार गया। ससुरालीजन नवजात शिशु को ले गए। अब बच्चे को नहीं दे रहे हैं। देवर पुलिस कांस्टेबल है, वह धमका रहा। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर थाना छत्ता में पति, सास, ससुर, देवर, जेठ के विरुद्ध दहेज उत्पीड़न सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
नहीं रुका उत्पीड़न
कई बार पंचायतों के बाद भी उत्पीड़न नहीं रुका। जून 2024 में ससुरालीजन ने गर्भावस्था में निकाल दिया। मायके में रेखा ने निजी अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया। इस दरम्यान उसे लकवा मार गया। ससुरालीजन नवजात शिशु को उठा ले गए। बच्चे को देेने के लिए तैयार नहीं हैं। देवर सचिन पुलिस कांस्टेबल है, वह धमका रहा है। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर पति यतेंद्र, जेठ संदीप, देवर सचिन, शुभम, जेठानी, ननद के विरुद्ध केस लिखा गया है।