गंगा के जलस्तर में बढ़ाव के बाद जलस्तर 63.10 मीटर पर स्थिर हो गया है। हालांकि इससे 12 घाटों का आपस में संपर्क टूट गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार अगले सप्ताह तक गंगा के जलस्तर में ठहराव बना रहेगा। मध्य प्रदेश में होने वाली बरसात से पहाड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है।
केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार रात आठ बजे गंगा का जलस्तर 63.10 मीटर था। देव दीपावली के पहले से ही गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू हो गया था। दो नवंबर को गंगा का जलस्तर 62.28 मीटर दर्ज किया गया था। केंद्रीय जल आयोग ने जलस्तर में बढ़ोतरी के संकेत दिए थे।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार पहाड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। लौटते हुए मानसून के कारण मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में बरसात हुई है। इसके कारण चंबल, बेतवा और केन में जलस्तर बढ़ा है और इसके कारण यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई।
यही कारण है कि गंगा के जलस्तर में भी बढ़ोतरी का सिलसिला बना हुआ है। केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी सप्ताह भर के पूर्वानुमान के अनुसार अगले एक सप्ताह तक जलस्तर स्थिर बना रहेगा।

