रटौल स्थित नंगलाबड़ी की आरती चौधरी के साथ अंतरजातीय विवाह करने वाले विकास गुर्जर ने पत्नी को बचाने के लिए जान की परवाह नहीं की। जब आकाश अपनी बहन आरती को मार रहा था तो विकास ने अपने साले आकाश से कहा कि आरती को मत मार, चाहे मुझे मार दे। इसके बाद आकाश ने आरती को छोड़ विकास पर ईंट से वार करने शुरू कर दिए।
पति विकास की हत्या के बाद आरती के आंसू नहीं थम रहे थे। उसने बताया कि सोमवार रात उसके पति विकास घर आए और बड़ी भाभी के पास चले गए। तभी छोटी भाभी निधि ने फोन करके अपने पति आकाश को बुला लिया।
आरती ने आरोप लगाया कि आकाश अपनी पत्नी के साथ मिलकर उसको और उसके बेटे को मारना चाहता था। इसी बात को लेकर आकाश ने घर में झगड़ा किया। उसने अपने माता-पिता को बचाने का प्रयास किया तो आकाश ने उसका सिर पकड़कर ट्रैक्टर में मार दिया। तभी पीछे से आए पति विकास ने उसे बचाने का प्रयास किया तो ईंट मारकर उसके सामने ही विकास की हत्या कर दी। उधर, पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने विकास का अंतिम संस्कार कर दिया। आरती अपने पति को आखिरी बार देख भी नहीं पाई, जो दिनभर अपने भाई व भाभी समेत अन्य आरोपियों को कोसती रही।
चिल्लाकर बोला आकाश, ऐसे मारा जाता है आदमी, जाकर देख लो
आरती ने बताया कि आकाश उसके सामने ही पति विकास के सिर पर ईंट से वार करता रहा। उसने बचाने का प्रयास किया तो भाभी निधि और अंकिता ने उसे पकड़कर पीछे खींच लिया और पति को बचाने नहीं दिया। इसके बाद गली में आकाश चिल्लाकर कहने लगा कि आदमी ऐसे मारा जाता है। घर में आकर देख लो। तब वहां लोगों की भीड़ लग गई।
डायल 112 पर कई बार किया फोन
आरती ने बताया कि रात में घटना होने के बाद उसने पुलिस को बुलाने के लिए फोन किया। इस दौरान डायल 112 पर कई बार फोन किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। बाद में गांव के लोगों के फोन करने पर पुलिस वहां आई और घटना की जांच में जुट गई। पुलिस ने मृतक की पत्नी आरती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
धमकी मिलने पर विकास ने पत्नी संग छोड़ दिया था घर
आरती ने बताया कि शादी के बाद विकास भजन विहार कॉलोनी में अपने घर में रहने लगा, लेकिन वहां पर विवाद होने लगा। परिजनों से धमकी मिलने के बाद विकास ने जान का खतरा जताते हुए बागपत पुलिस से शिकायत भी की। इसको लेकर दोनों खेकड़ा में किराये के मकान में रहने लगे।
मृतक के पिता बोले, विकास ने प्रॉपर्टी बेचकर दिए 50 लाख रुपये
भजन विहार कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त लेखपाल रामकिशन ने कहा कि उसके दो बेटों और एक बेटी में विकास सबसे छोटा था। उन्होंने विकास और आरती की शादी से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि दोनों साथ रह रहे थे। उन्होंने बताया कि युवती पक्ष के लोग विकास पर रुपये लाने का दबाव बना रहे थे। विकास ने प्रॉपर्टी बेचकर करीब 50 लाख रुपये अपने ससुराल वालों को दे दिए। इसी वजह से विकास से दो सप्ताह से कोई बातचीत नहीं हुई। उन्होंने पत्नी और अन्य ससुराल वालों पर रुपयों के लिए विकास की हत्या करने का आरोप लगाया।