भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट ने ओलंपिक में मेडल जीतने के लिए संन्यास वापस लेने का ऐलान किया है। वह पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल में पहुंची थीं, लेकिन उन्हें 50 किलोग्राम वर्ग में 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण फाइनल से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद वह निराशा से टूट गई थीं और उन्होंने आनन-फानन में रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी। अब उन्होंने अपना यह फैसला वापस ले लिया है।
लॉस एंजिल्स की तरफ बढ़ा रही हूं कदम: विनेश फोगाट
विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि लोग मुझसे पूछते रहे कि क्या पेरिस मेरा आखिरी सफर था? लंबे समय तक मेरे पास इसका जवाब नहीं था। मुझे मैट से, दबाव से, उम्मीदों से। यहां तक कि अपनी महत्वाकांक्षाओं से भी दूर हटने की जरूरत थी। सालों में पहली बार, मैंने खुद को चैन की सांस लेने दी। दिल टूटना, बलिदान मेरे वो रूप जो दुनिया ने कभी नहीं देखे।
विनेश फोगाट ने लिखा है कि अनुशासन, दिनचर्या, संघर्ष यह सब मेरे अंदर बसा है। चाहे मैं कितनी भी दूर चली जाऊं, मेरा एक हिस्सा मैट पर ही रह गया। कुश्ती को लेकर मेरा जोश कभी खत्म नहीं हुआ। मैं अब यहां निडर दिल और कभी न झुकने वाली भावना के साथ LA28 की ओर वापस कदम बढ़ा रही हूं। इस बार मैं अकेली नहीं चल रही हूं। मेरा बेटा मेरी टीम में शामिल हो रहा है। लॉस एंजिल्स ओलंपिक के इस सफर में मेरा छोटा सा चीयरलीडर।
पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद फोगाट की अपील हुई थी खारिज
विनेश फोगाट को जब पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल से अयोग्य घोषित कर दिया। तब उन्होंने कोर्ट ऑफ ऑर्बिट्रेशन में अपील की। इसके बाद एक कमेटी का गठन भी किया गया था, लेकिन कई बार सुनवाई में देरी हुई और इसी वजह से बाद में उनकी अपील खारिज कर दी गई। विनेश ने तीन बार ओलंपिक में हिस्सा, लेकिन वह एक बार भी मेडल नहीं जीत पाईं।
विनेश फोगाट का जन्म हरियाणा के चरखी दादरी में हुआ था। इसके बाद बचपन से ही उन्होंने कुश्ती के मैदान पर कदम रख दिया था। उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में दो ब्रॉन्ज मेडल, एशियन गेम्स में एक गोल्ड मेडल और कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन गोल्ड मेडल जीते हैं। इसके अलावा वह हरियाणा में जुलाना विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर साल 2024 में विधायक भी चुनी गई थीं।

