राज कपूर के लिए बेहद खास थीं उनकी पहली पोती करिश्मा। करिश्मा कपूर अपने दादा यानी राज कपूर की फेवरेट थीं। इसकी एक वजह ये भी थी कि वह अपने परिवार की सबसे बड़ी थीं। लेकिन, हैरान करने वाली बात ये है कि जब करिश्मा का जन्म हुआ तो राज कपूर अपनी पोती को देखने अस्पताल नहीं गए थे। राज कपूर ने करिश्मा को देखने के लिए एक अजीब शर्त रखी थी। उनकी इस शर्त के बारे में खुद उनकी बहू यानी अभिनेत्री बबीता कपूर ने खुलासा किया था। बबीता कपूर ने बेटी करिश्मा के जन्म के दिन को याद करते हुए ये किस्सा शेयर किया था। तो क्या थी राज कपूर की वो शर्त, आइये बताते हैं।
करिश्मा से मिलने से पहले राज कपूर ने रखी थी शर्त
राज कपूर की बेटी ऋतु नंदा की किताब ‘राज कपूर: द वन एंड ओनली शोमैन’ के अनुसार, बबीता ने बताया था कि कैसे जब करिश्मा का जन्म होने वाला था, पूरा कपूर परिवार उनसे मिलने अस्पताल पहुंच गया था, लेकिन राज कपूर नहीं पहुंचे। उनके अनुसार, राज कपूर ने करिश्मा के जन्म से पहले उनके सामने एक शर्त रखी थी। उनकी शर्त थी कि वह तभी अस्पताल आएंगे जब बच्ची की आंखें नीली होंगी। खुशी की बात ये है कि करिश्मा की आंखें अपने दादा यानी राज कपूर की ही तरह नीली थीं।
जब करिश्मा की नीली आंखें देख खुश हो गए राज कपूर
बबीता कपूर के अनुसार, जब राज कपूर ने देखा कि करिश्मा की आंखें उन्हीं की तरह गहरी नीली हैं तो उन्होंने राहत की सांस ली और खुश हो गए। ऋतु नंदा ने अपनी किताब में बताया कि जब करिश्मा छोटी थीं अपने दादा के काफी करीब थीं। वह अक्सर अपने दादा की गोद में बैठतीं और अपना एक्ट्रेस बनने का सपना उनसे बयां करतीं। राज कपूर ने तब ना सिर्फ करिश्मा के सपनों को बढ़ावा दिया, बल्कि ये भविष्यवाणी भी की कि वह एक सक्सेसफुल स्टार बनेंगी।
शादी के कुछ सालों बाद ही रणधीर कपूर से अलग रहने लगी थीं बबीता
राज कपूर ने हमेशा बेटे रणधीर कपूर और बबीता की शादी का समर्थन किया था, लेकिन करिश्मा कपूर और करीना कपूर की मां शादी के कुछ सालों बाद ही रणधीर कपूर से अलग हो गई थीं। ऐसे में बबीता ने अकेले ही अपनी दोनों बेटियों की परवरिश की। यही नहीं, करिश्मा और करीना के करियर को आगे बढ़ाने और सफल बनाने में भी बबीता कपूर का बड़ा हाथ रहा है। वह अक्सर अपनी बेटियों की फिल्मों के शूटिंग सेट में उनके साथ मौजूद होती थीं और उनके काम को बेहतरीन बनाने की हर संभव कोशिश करती थीं। जब करिश्मा ने एक्ट्रेस बनने का फैसला लिया था, तब बबीता ने उनका साथ दिया था।