चीन अपनी सैन्य ताकत को लगातार बढ़ाता चला जा रहा है। माना जाता है कि चीन इस सैन्य ताकत का पहला इस्तेमाल ताइवान के खिलाफ कर सकता है। चीन और इसके राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी कई बार ये दावा किया है कि ताइवान चीन का हिस्सा है और इसे हर हाल में चीन में मिलाकर रहेंगे। अब ताइवान के इस मुद्दे को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सवाल किया गया है। इस पर ट्रंप ने कहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जब तक वह (ट्रंप) पद पर हैं, चीन ताइवान पर कार्रवाई नहीं करेगा। आइए जानते हैं कि ट्रंप ने इस बारे में और क्या कुछ कहा है।
ताइवान को लेकर क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप?
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रविवार को सीबीएस के कार्यक्रम “60 मिनट्स” के साथ एक इंटरव्यू कर रहे थे। यहां ताइवान से जुड़े मुद्दे पर ट्रंप ने कहा- “उन्होंने (शी जिनपिंग ने) स्पष्ट तौर पर कहा, और उनके लोगों ने बैठकों में साफ तौर पर कहा है, ‘ट्रंप के राष्ट्रपति रहते हुए हम कभी कुछ नहीं करेंगे, क्योंकि वे इसके परिणाम जानते हैं।” हालांकि, इस सवाल पर कि अगर चीन हमला करता है तो क्या ट्रंप अमेरिकी सेना को ताइवान की रक्षा करने का आदेश देंगे? इस पर ट्रंप ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया।”
जिनपिंग के साथ ताइवान का मुद्दा नहीं उठा- ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दक्षिण कोरिया में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाकात की थी। ट्रंप ने इस मुलाकात के बारे में कहा कि शी जिनपिंग के साथ उनकी बातचीत में ताइवान का विवादास्पद मुद्दा नहीं उठा। उन्होंने कहा कि यह बैठक मुख्यतः अमेरिका-चीन व्यापार तनाव पर केंद्रित थी। ट्रंप ने यह विश्वास भी जताया कि उनके कार्यकाल के दौरान चीन ताइवान पर कोई कार्रवाई नहीं करेगा।
आपको बता दें कि ताइवान खुद को एक लोकतांत्रिक देश बताता है। हालांकि, चीन ताइवान को अपना अभिन्न अंग कहता है। इस कारण दुनिया के बहुत कम देश ही ताइवान को मान्यता देते हैं। अमेरिकी अधिकारी लंबे समय से इस बात को लेकर चिंता जताते हैं कि चीन ताइवान के खिलाफ सैन्य बल का प्रयोग कर सकता है।

