महाकुंभनगर (प्रयागराज)। उप्र की संगमनगरी प्रयागराज के विश्व प्रसिद्ध महाकुंभ मेले में देश-विदेश से करीब 45 करोड़ (अनुमानित संख्या) श्रद्धालु, पर्यटक, स्नानार्थी, कल्पवासी तथा वीआइपी आने की संभावना हैं।
इनकी सुरक्षा को लेकर कई स्तर पर चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। इसी क्रम में महाकुंभ की सुरक्षा में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) के 100 कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया है। NSG की दो टीमें अभी और आनी हैं।
अत्याधुनिक हथियारों व संसाधनों से लैस NSG के कमांडो महाकुंभ की सुरक्षा मजबूत करेंगे। इनके पास हेलीकॉप्टर भी है, जिससे किसी आपात स्थिति में तुरंत मदद को पहुंच सकेंगे। महाकुंभ में आतंकी गतिविधियों को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। आतंकियों से निपटने में दक्ष NSG की टीम को भी मेला क्षेत्र में लगाया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि NSG की दो टीमें आ गई हैं। दोनों टीमों में 50-50 कमांडो हैं। शेष दो टीमें भी जल्दी आ जाएंगी। NSG के कमांडो ने संगम क्षेत्र, बड़े हनुमान मंदिर, अरैल, अखाड़ा, कल्पवासी और दूसरे प्रमुख स्थलों की निगरानी तेज कर दी है। महाकुंभ में NSG की दो टीमें हेलीकॉप्टर के साथ आ गई हैं। इससे मेला क्षेत्र का सुरक्षा घेरा और मजबूत हुआ है।
संदिग्ध आतंकियों को दबोचने के लिए स्पॉटर्स भी सक्रिय
महाकुंभ मेला क्षेत्र की सुरक्षा में स्पाटर्स (खोजी या गुप्तचर) भी लगाए जा रहे हैं, जो संदिग्ध आतंकी को देखते ही उसे दबोच लेंगे। पूरे मेला क्षेत्र में स्पाटर्स की 30 टीमें तैनात की जा रही हैं। करीब 18 टीमें सक्रिय हो चुकी हैं।
अभी तक जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मप्र से स्पाटर्स यहां पहुंचकर आतंकियों से जुड़े संदिग्ध व्यक्तियों की टोह लेने लगे हैं। अधिकारियों के अनुसार, ये स्पॉटर्स आतंकियों को जानने-पहचानने में माहिर होते हैं। उनके पास आतंकियों और उनके संगठनों से जुड़े लोगों को पूरा ब्यौरा भी इनके पास होता है।