नई दिल्ली। कांग्रेस ने सूरत लोकसभा सीट पर पर्चा रद होने से लेकर कई उम्मीदवारों के नाम वापस लेने की वजह से भाजपा प्रत्याशी के निर्विरोध निर्वाचित होने पर गंभीर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से सूरत का चुनाव रद कर नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की है।
राहुल गांधी ने उठाए कई सवाल
पार्टी ने कहा है कि रहस्यमय तरीके से कांग्रेस उम्मीदवार का पहले लापता होना और उनके चारों प्रस्तावकों का पर्चे पर अपने हस्ताक्षर से इनकार के बाद दूसरे दलों के प्रत्याशियों का भी नाम वापस लेने से साफ है कि इसके पीछे गंभीर खेल है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सूरत में भाजपा उम्मीदवार के निर्विरोध निर्वाचित होने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह संविधान को खत्म करने की दिशा में बढ़ाया गया एक और कदम है।
यह देश को बचाने का चुनाव है
सूरत में भाजपा उम्मीदवार को विजेता घोषित किए जाने के बाद एक्स पोस्ट के जरिए पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि तानाशाह की असली ‘सूरत’ एक बार फिर देश के सामने है।
जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है। मैं एक बार फिर कह रहा हूं-यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव है, संविधान की रक्षा का चुनाव है।
कांग्रेस ने आयोग को सौंपा ज्ञापन
आयोग को ज्ञापन सौंपने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि सूरत के कांग्रेस उम्मीदवार पहले कुछ घंटों के लिए गायब हो जाते हैं और फिर जब प्रकट होते हैं तो उनके चारों प्रस्तावक एक साथ पर्चा पर हस्ताक्षर होने की बात से मुकर जाते हैं। इसके बाद दूसरे दल और निर्दलीय सभी अन्य प्रत्याशी नाम वापस लेते हैं और भाजपा प्रत्याशी मुकेश दलाल को विजेता घोषित कर दिया जाता है।
सिंघवी ने कहा कि इसके पीछे जो खेल हुआ है वह सबको मालूम है और इसलिए चुनाव आयोग से पार्टी ने आग्रह किया है कि वह स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव की मर्यादा कायम रखने के लिए सूरत के चुनाव को खारिज कर फिर से चुनाव कराए।
जयराम रमेश ने समझाया क्रोनोलॉजी
कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने कहा लोकतंत्र खतरे में है। आप क्रोनोलॉजी समझिए। चुनाव अधिकारी ने सूरत लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी का नामांकन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के सत्यापन में खामी के आधार पर रद कर दिया।
कुछ इसी तरह का कारण बताकर अधिकारियों ने वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला का नामांकन खारिज कर दिया और कांग्रेस बिना उम्मीदवार के रह गई। इसके बाद सभी अन्य उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिए।