स्टॉकहोम। स्कैंडिनेवियाई देश स्वीडन में अधिकारियों ने एक बार फिर से मुसलमानों की पवित्र किताब कुरान को जलाने के कार्यक्रम की अनुमति दी है, जिसके बाद हंगामे की आशंका बढ़ गई है।
कुरान जलाने के कार्यक्रम को ऐसे समय में मंजूरी दी गई है जब स्वीडन का माल्मो शहर यूरोविजन सप्ताह गीत प्रतियोगिता के आयोजन की मेजबानी कर रहा है।
तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलू के अनुसार, दक्षिणी स्वीडन की माल्मो पुलिस ने शुक्रवार को शहर के गुस्ताव्स एडोल्फ्स टॉर्ग चौराहे पर होने वाले विवादास्पद विरोध प्रदर्शन के लिए परमिट जारी किया है।
यूरोविजन सप्ताह के दौरान पुलिस के कमांडिंग अफसर पेर यंगस्ट्रॉम ने इस फैसले के बाद चुनौती बढ़ने की बात स्वीकार की है। स्वीडिश मीडिया के अनुसार, प्रदर्शन को आयोजित करने वाले आयोजकों का इस तरह के कार्यक्रम करने का इतिहास रहा है।
इसके अलावा पुलिस के सामने शनिवार को कुराने जलाने की मंजूरी देने के लिए एक और आवेदन मिला है, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। स्वीडन में इसके पहले ही कुरान जलाए जाने की घटनाएं हुई हैं, जिसने कई मुस्लिम देशों के साथ स्टॉकहोम के संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया है।
जून 2023 में सलवान मोमिका नाम के एक शख्स के द्वारा कुरान जलाए जाने की पूरी दुनिया में निंदा की गई थी। इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सदस्यों ने कुरान को जलाने और अपवित्र करने की अनुमति देने वाले स्वीडन और डेनमार्क समेत अन्य देशों के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने की अपील की थी।
कानून लाने पर विचार कर रहा स्वीडन
स्कैंडिनेवियाई देशों स्वीडन और डेनमार्क में इस तरह के प्रदर्शनों को अभियव्यक्ति की आजादी के तहत मान्यता है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप मुस्लिम बहुल देशों में इसके खिलाफ जोरदार प्रदर्शन और राजनयिक मिशनों को खतरे का सामना करना पड़ा है।
इसके बाद डेनमार्क ने पिछले दिसम्बर में एक कानून को मंजूरी दी थी, जिसमें सार्वजनिक स्थानों पर कुरान की प्रतियां जलाने को प्रतिबंधित कर दिया गया था।
स्वीडन भी ऐसे कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है जो पुलिस को राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के आधार पर इस तरह के विरोध प्रदर्शन को रोकने ताकत देगा।
इजरायल ने जारी की एडवाइजरी
यूरोविजन सांग कॉन्टेस्ट में इजरायल की भागीदारी के चलते सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस बीच इजरायल ने माल्मो में इजरायली और यहूदियों पर खतरा बताते हुए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इजरायल की ताजा चेतावनी में शहर में अरब आप्रवासियों की आबादी का जिक्र करते हुए कहा गया है कि माल्मो को इजरायल विरोधी शहर के रूप में जाना जाता है।