आगरा-इटावा नेशनल हाईवे पर अंडरपास बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने रूट का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की, जिसके बाद 8 अंडरपास बनाने के लिए तीन कंपनियों को टेंडर दिया गया है। मई माह से तीन अंडरपास बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा। इनके बनने से 80 से अधिक गांवों के लोगों के लिए बड़ी सुविधा हो जाएगी।
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर संजय वर्मा ने बताया कि आगरा-इटावा हाईवे सिक्सलेन है। इसकी दूरी 123 किमी है। इसमें अंडरपास नहीं होने के कारण हादसे भी हो रहे थे। इस पर एनएचएआई की टीम ने सर्वे कर 8 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए। इन स्थानों पर आसपास के गांवों के लोग हाईवे को पार करते थे, जिससे हादसे हो रहे थे।