नई दिल्ली। बारिश का मौसम आते ही पहले हरी सब्जी महंगी हो गई। अब चने की दाल, जीरा और हल्दी के भी भाव बढ़ने लगे हैं। ऐसे में लोगों के किचन का बजट बिगड़ने लगा है। कारोबारी बताते हैं कि जैसे ही सब्जियों के दाम बढ़ते हैं, लोग दाल, छोले, राजमा आदि पर शिफ्ट कर जाते हैं। स्थिति यह है कि सबसे सस्ती मिलने वाली चने की दाल भी 120 रुपये किलो तक पहुंच गई है।
हर साल इस महीने चने के रेट बढ़ते हैं
कारोबारियों का कहना है कि हर साल जुलाई और अगस्त में चने के रेट बढ़ते हैं। दरअसल, चने की फसल हर साल मार्च और अप्रैल में कटती है। उस समय नई फसल आने से शुरुआत में इसका भाव कम होता है लेकिन बाद में धीरे-धीरे यह चढ़ने लगता है। गौरतलब है कि चने की पैदावार मध्य प्रदेश, हरियाणा समेत कई राज्यों में होती है।
अरहर तो पहले तो आंखें तरेर रहा था, अब चना भी
इन दिनों अरहर की दाल की कीमत लगभग 200 रुपये प्रति किलो है। अच्छे किस्म की अरहर दाल सवा दो सौ रुपये किलो बिक रही है। हालांकि, इसके रेट कई दिनों से स्थिर हैं लेकिन चने की दाल के भाव बढ़ रहे हैं। पिछले महीने तक 100 रुपये किलो बिकने वाली चने की दाल की कीमत अब 115 से 120 रुपये हो गई है।
हल्दी का रेट भी भागा
मसाला कारोबारी ने बताया कि कि इस बार हल्दी की पैदावार कम हुई है। इसकी वजह से हल्दी की कीमत ज्यादा है। पिछले साल थोक मार्केट में हल्दी की कीमत करीब 80 रुपये प्रति किलो थी, लेकिन इस समय इसकी कीमत थोक बाजार में 170 रुपये तक पहुंच गई है।
जीरे की कीमत में भी बढ़ोतरी
इन दिनों जीरे का रेट भी बढ़ रहा है। पिछले कुछ दिनों में ही जीरा के रेट में 20 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई। थोक बाजार में इसकी कीमत इस समय लगभग 320 रुपये प्रति किलो है। इसी के साथ बड़ी इलायची और दालचीनी के दाम में भी बढ़ोतरी हुई है। अनुमान है कि आने वाले दिनों में लाल मिर्च के दाम भी बढ़ सकते हैं।