नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण रोकने के उपायों को लागू करने की मांग की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है। सर्वोच्च न्यायालय ने पूछा कि राजधानी दिल्ली में GRAP-4 लागू करने में इतनी देरी क्यों हुई।
मामले की सुनवाई जस्टिस एएस ओका और ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने की। कोर्ट की ओर से दिल्ली सरकार के वकील से पूछा गया कि GRAP तंत्र क्यों नहीं लागू किया गया? जैसे ही AQI 401 को पार करता है, स्टेज 3 लागू कर दिया जाना चाहिए। यह 13 तारीख को हुआ था। इसके जवाब में दिल्ली सरकार की ओर कहा गया कि हमने राजधानी में ग्रेप 4 लागू कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह आदेश पारित करने का प्रस्ताव कर रह हैं कि अधिकारी अदालत की इजाजत के बिन ग्रैप-4 से नीचे नहीं जाएंगे। भले ही वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 से नीचे चला जाए।
कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछे सख्त सवाल
पीठ ने सवाल करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार बताए कि GRAP की गाइडलाइन क्या है? वहीं, ग्रैप को लागू करने के लिए कौन मॉनिटर कर रहा है। प्रदूषण को कम करने के लिए आखिर क्या कदम उठाए जा रहे हैं। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि राजधानी दिल्ली में जब AQI 401 12 नवंबर को पार कर गया था, फिर GRAP-4 को लागू करने में इतनी देरी क्यों की गई।
दिल्ली में खतरनाक स्थिति में पहुंचा प्रदूषण
राजधानी दिल्ली में इस समय प्रदूषण अपने खरनाक स्थिति को भी पार करते नजर आ रहा है। राजधानी दिल्ली के साथ पूरे एनसीआर में लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने तक में दिक्कत महसूस हो रही है।
जहरीली हवा ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए आज सुबह 8 बजे से राजधानी दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चौथे चरण लागू कर दिया गया है।
दिल्ली का AQI जानिए
राजधानी दिल्ली में रविवार को वायु गुणवत्ता और खराब स्थिति में पहुंच गई थी। दिल्ली के कुछ इलाकों में एक्यूआई 441 दर्ज किया गया था। ये प्रदूषण की सबसे गंभीर श्रेणी माना जाता है। दिल्ली देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया। राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के जिले बहादुरगढ़ का AQI 445 दर्ज किया गया था।
क्या होता है AQI
उल्लेखनीय है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक एक नंबर होता है, जिसके जरिए हवा की गुणवत्ता को आंकने का काम किया जाता है। इससे हवा में मौजूद प्रदूषण के स्तर का भी पता लगाने की कोशिश की जाती है।
AQI की रीडिंग के आधार पर हवा की गुणवत्ता को छह कैटेगरी में बांटा गया है। जिसके अनुसार शून्य से 50 के बीच AQI को अच्छा माना जाता है। 51 से 100 के बीच के एक्यूआई को संतोषजनक स्थिति के तौर पर देखा जाता है।
101 और 200 मध्यम, 201 और 300 खराब, 301 और 400 बहुत खराब में आता है। अगर किसी शहर का एक्यूआई 401 और 500 के बीच है तो वह गंभीर श्रेणी में आता है।