फिरोजाबाद की रहने वाली महिला ने अपनी 13 साल की बेटी से दुष्कर्म का आरोप उसके साैतेले पिता पर लगाया था। पुलिस की जांच में आरोप झूठा पाया गया। पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट ने पिता को रिहा कर दिया। अब पुलिस मां के खिलाफ रिपोर्ट देगी।
एसीपी छत्ता पियूष कांत राय ने बताया कि मूलरूप से फिरोजाबाद के नारखी थाना क्षेत्र की महिला ने पांच साल पहले पचोखरा थाना क्षेत्र के युवक से दूसरी शादी की थी। वे ट्रांस यमुना क्षेत्र में किराये पर मकान लेकर रहने लगे। महिला की पहले से दो बेटियां और एक बेटा हैं। डेढ़ महीने पहले महिला घर से चली गई थी।
बाद में फिरोजाबाद में रहने लगी। 6 अक्तूबर को घर आई थी। बेटी को अपने साथ ले गई। इसके बाद 10 अक्तूबर को नारखी थाने में केस दर्ज कराया। आरोप लगाया कि बेटी के साथ साैतेले पिता ने दुष्कर्म किया। उस समय वह घर में माैजूद नहीं थी। घटना ट्रांस यमुना इलाके की थी। इसलिए पुलिस ने केस थाना ट्रांस यमुना ट्रांसफर कर दिया।
मामला नाबालिग के साथ दुष्कर्म का होने के कारण 17 अक्तूबर को पुलिस ने आरोपी पिता को जेल भेज दिया। पीड़ित किशोरी के बयान कोर्ट में कराए गए। जांच में किशोरी ने पिता पर लगाए आरोप झूठे निकले। कहा कि मां ने गलत केस दर्ज कराया है। उसकी मेडिकल रिपोर्ट मेंं भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। इस आधार पर पाॅक्सो कोर्ट में रिपोर्ट दी। इस आधार पर कोर्ट ने जेल गए पिता को रिहा करने के आदेश दे दिए।
12 दिन बाद जेल से छूटा पिता
पिता का कहना था कि पत्नी ने झूठे आरोप में फंसा दिया। उसे जेल जाना पड़ा। आरोप भी ऐसा था कि किसी के सामने आना भी मुश्किल था। मगर पुलिस ने सच्चाई का साथ दिया। साक्ष्यों के आधार पर उसे बरी करा दिया। उन्होंने पत्नी पर 10 लाख रुपये ऐंठने के लिए साजिश करने का आरोप लगाया। वह पूर्व में बड़ी की शादी कर चुके हैं। छोटी को भी बड़े प्यार से रख रहे थे। उन्हें 12 दिन बाद जेल से रिहाई मिल गई।

