नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। वंदे मातरम गीत के साथ 15 मिनट देरी से विधानसभा सत्र की शुरुआत हुई। इस दौरान विभिन्न हादसों के मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। दो मिनट का मौन भी रखा गया।
वहीं, स्पीकर और विपक्ष के विधायकों के बीच नोकझोंक हुई। स्पीकर ने उनके मुद्दों पर चर्चा कराने की अनुमति नहीं दी। नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता के साथ सभी भाजपा विधायकों ने वॉकआउट किया। सत्ता पक्ष के विधायक कुलदीप कुमार ने बस मार्शलों के मुद्दे पर अल्पकालिक चर्चा शुरू की।
मुख्यमंत्री आतिशी भी सदन में पहुंचीं। लंबे समय तक जेल में बंद रहे पूर्व गृह मंत्री सत्येंद्र जैन आज एक विधायक के तौर पर सत्र में शामिल हुए। विधानसभा सत्र में सभाकक्ष से वॉकआउट करके नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता सहित अन्य भाजपा विधायक बाहर आ गए।
वहीं, सदन में कार्यवाही के दौरान भाजपा विधायक ने कहा कि एक व्यक्ति कौशाम्बी (गाजियाबाद) से खांसता हुआ दिल्ली आया। आज पूरी दिल्ली खांस रही है। नाम लिए बगैर अरविंद केजरीवाल पर की गई इस टिप्पणी पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने हंगामा किया।
बता दें कि मौजूदा सियासी परिस्थितियों के चलते पहले से ही हंगामा होने के आसार थे। भाजपा ने विधानसभा में आप सरकार को अलग-अलग मुद्दों पर घेरने की पूरी रणनीति तैयार कर रखी है।
भ्रष्टाचार से जुड़े तमाम मुद्दे
भाजपा सूत्रों की माने तो विधानसभा सत्र में सबसे ज्वलंत मुद्दों में कैग की लंबित 12 रपट का सदन पटल पर पेश नहीं किया जाना है। साथ ही वायु प्रदूषण, यमुना प्रदूषण की समस्या से लेकर स्कूलों और अस्पतालों के निर्माण में किए गए कथित भ्रष्टाचार से जुड़े तमाम मुद्दे आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं।