प्रयागराज। 90 के दशक की बॉलीवुड की हाइएस्ट पेड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने कुंभनगरी प्रयागराज में आकर संन्यास की दीक्षा ली। दीक्षा के बाद उनका नाम बदलकर अब श्रीयामाई ममतानंद गिरि हो गया। संगम तट पर उनकी संन्यास दीक्षा हुई।
कल शुक्रवार शाम को किन्नर अखाड़ा आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की अगुवाई में उनका पट्टाभिषेक हुआ। हर-हर महादेव के जयकारों के साथ उनको अखाड़े में धर्मध्वजा के नीचे पट्टाभिषेक कराया गया।
फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी बृहस्पतिवार को ही महाकुंभ नगरी पहुंच गई थीं। शुक्रवार सुबह सेक्टर-16 संगम लोवर मार्ग स्थित किन्नर अखाड़ा शिविर पहुंची। इसके बाद उनकी संन्यास दीक्षा क्रियाएं आरंभ हुईं। आचार्य पुरोहित की मौजूदगी में करीब दो घंटे तक संन्यास दीक्षा हुई।
संगम तट पर हुआ पिंडदान
श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर गर्गाचार्य मुचकुंद, पीठाधीश्वर स्वामी महेंद्रानंद गिरि समेत अन्य संतों की मौजूदगी में धार्मिक क्रियाएं हुईं। इसके बाद शाम को संगम तट पर पिंडदान हुआ।
किन्नर अखाड़े में पट्टाभिषेक कार्यक्रम के दौरान आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की अगुवाई में पूजन के बाद उनका पट्टाभिषेक किया गया। आचार्य महामंडलेश्वर ने उनका नानम बदलकर श्रीयामाई कुलकर्णी रखा है।
90 के दशक की चमकती अदाकारा
ममता कुलकर्णी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1992 में आई फिल्म ‘तिरंगा’ से की थी, जिसमें उन्होंने नाना पाटेकर के साथ काम किया था। इसके बाद वह ‘अशांत’, ‘आशिक आवारा’ ‘करन-अर्जुन’ और ‘वक़्त हमारा है’ जैसी हिट फिल्मों में नजर आईं। 90 के दशक में उनकी लोकप्रियता चरम पर थी।
85 करोड़ की संपत्ति की मालकिन
एक रिपोर्ट के अनुसार, ममता कुलकर्णी की कुल संपत्ति करीब 10 मिलियन डॉलर (लगभग 85 करोड़ रुपये) आंकी गई है। बॉलीवुड से दूरी बनाने के बावजूद उनकी संपत्ति ने उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाए रखा।