हिसार। बॉर्डर पर दिल्ली कूच के लिए बैठे पंजाब के किसानों को नशेड़ी कहने पर राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा की किसान-मजदूर संगठन और इनेलो ने निंदा की है। उन्होंने आंदोलन के पीछे ह्यूमन ट्रैफिकिंग होने का आरोप लगाया। उनके इस बयान से राजनीति गरमा गई है।
इनेलो पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की प्रधान महासचिव एवं हिसार जिला प्रभारी सुनैना चौटाला ने कहा कि उनको किसानों से माफी मांगनी चाहिए। इधर, शंभू बॉर्डर पर पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के प्रधान सरवन सिंह पंढेर ने भी बयान पर निंदा प्रकट की।
जांगड़ा ने महम में दिया था विवादित बयान
दरअसल, सदस्य रामचंद्र जांगड़ा वीरवार को महम में थे। जांगड़ा ने किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया था कि टिकरी व सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के नशेड़ी एक साल बैठे हैं। आंदोलन के पर्दे के पीछे कुछ गलत लोग ह्यूमन ट्रैफिकिंग करने वाले आ गए हैं।
उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान टिकरी और सिंघु बॉर्डर के गांवों से 700 लड़कियां गायब हुईं। आंदोलन के नाम पर कुछ लोग चंदा उगाही कर रहे हैं। उन्होंने राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढ़ूनी पर भी टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि लोगों को समझना चाहिए कि किसान संगठनों की तरफ से एक बयान भी आया था कि हमने कांग्रेस के लिए माहौल तैयार किया था। अब जांगड़ा के बयान पर इनेलो और किसान संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है।
इनेलो के दोनों विधायक इस्तीफा देने को तैयार
इनेलो की महिला प्रकोष्ठ की प्रधान महासचिव एवं हिसार जिला प्रभारी सुनैना चौटाला ने शुक्रवार को ताऊ देवीलाल सदन में प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा, किसानों और किसान आंदोलन को लेकर भाजपा राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा का बयान अत्यंत निंदनीय है। पार्टी किसानों के साथ खड़ी है और किसान आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन करती है।
पार्टी के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला किसान आंदोलन के समर्थन को लेकर पार्टी का स्टैंड साफ कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान कुछ तथाकथित किसान नेताओं ने कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम किया। ऐसे तथाकथित नेताओं से किसानों को बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि किसान चाहेंगे तो पार्टी के दोनों विधायक भी अपने इस्तीफा देने को तैयार हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील की है कि वो किसानों की मांगों को पूरा करें। किसान केवल एमएसपी की मांग रहे हैं।