नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक सीएम आवास पर केन्द्रीय पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (CPWD) द्वारा एक तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने के बाद केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) ने 13 फरवरी को 6 फ्लैगस्टाफ बंगले (पूर्व सीएम केजरीवाल का निवास) के नवीनीकरण की जांच का आदेश दिया।
CVC ने CPWD से इन आरोपों की विस्तृत जांच करने को कहा है कि ‘40,000 वर्ग गज (8 एकड़) में फैली एक भव्य हवेली के निर्माण के लिए भवन निर्माण मानदंड जारी किए गए थे।
विजेंद्र गुप्ता ने की थी जांच व कार्रवाई की मांग
गौरतलब है कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पुराने आवास में किए गए अवैध निर्माण को लेकर नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने अक्टूबर 2024 में सेंट्रल विजिलेंस कमिश्नर (CVC) को पत्र लिखकर जांच और तुरंत कार्रवाई की मांग की थी।
पत्र में गुप्ता ने कहा था कि तत्कालीन सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास में रिनोवेशन और कंस्ट्रक्शन दोनों को लेकर उल्लंघन हुए हैं। सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए केजरीवाल ने अपने लिए 40,000 वर्ग गज में बंगला खड़ा करवाया।
निर्माण में ग्राउंड कवरेज और फ्लोर एरिया रेश्यो (एफएआर) की तय सीमाओं का भी ख्याल नहीं रखा गया और ना ही सक्षम अधिकारी से लेआउट प्लान की मंजूरी ली गई।
गुप्ता ने कहा था कि अपने आप को ‘आम आदमी’ बताने वाले केजरीवाल देखते ही देखते ‘खास आदमी’ बन गए। इस आलीशान बंगले के लिए आरंभिक स्तर पर केवल ‘रेनोवेशन और अल्टरेशन’ की अनुमति ली गई थी। यहां पेड़ों को काटने के ऐवज में 19,700 पेड़ भी नहीं लगाए गए।