लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 में शानदार सफलता हासिल करने के बाद सपा और कांग्रेस यूपी उपचुनावों में भी साथ मिलकर लड़ सकती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यूपी की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में दोनों पार्टियां साथ लड़ेंगी।
सपा सात तो कांग्रेस तीन सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार सकती है। लोकसभा चुनाव में मौजूदा विधायकों के सांसद बनने से विधानसभा की 9 सीटें रिक्त हुई है।
इसके अलावा सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा मिलने के कारण उनकी सीट खाली हुई है। जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से पांच पर सपा का कब्जा था। तीन बीजेपी के पास थी तो निषाद पार्टी और रालोद के पास एक-एक सीट थी।
सपा के पास मैनपुरी का करहल, अयोध्या का मिल्कीपुर, मुरादाबाद का कुंदरकी, अंबेडकरनगर की कटहरी सीट और कानपुर की सीसीमऊ सीट थी। गाजियाबाद, फूलपुर और अलीगढ़ की खैर बीजेपी के पास थी। मिर्जापुर की मझवां सीट निषाद पार्टी और मुजफ्फरनगर की मीरापुर पर रालोद का कब्जा था।
लोकसभा चुनाव में सपा को 37 और कांग्रेस को 6 सीटों पर सफलता
लोकसभा चुनाव में सपा ने कांग्रेस को यूपी में 80 में से 17 सीटें दी थी जिनमें से छह सीटों पर पार्टी ने जीत हासिल करने में सफलता हासिल की है। बाकी सीटों पर सपा ने अपने प्रत्याशी उतारे थे जिनमें 37 उसके खाते में आए।