देहरादून। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकवादी हमले में उत्तराखंड के पांच जवानों ने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। बलिदानियों में रुद्रप्रयाग निवासी नायब सूबेदार आनंद सिंह, लैंसडौन निवासी हवलदार कमल सिंह, टिहरी गढ़वाल निवासी नायक विनोद सिंह, रिखणीखाल निवासी राइफलमैन अनुज नेगी और टिहरी के थाती दांगल निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी हैं। बलिदान हुए जवानों का शव दोपहर दो बजे देहरादून एयरपोर्ट लाया जाएगा।
कठुआ में सेना पर हुए हमले में उत्तराखंड के रिखणीखाल ब्लॉक के दो जवान बलिदान हुए है। दोनो जवानों के बलिदान होने के सूची मिलने के बाद से ही क्षेत्र में सन्नाटा छाया हुआ है।
दोपहर में पत्नी से हुई थी फोन पर बात, रात में आई बलिदान की सूचना
ग्राम नौदानू निवासी हवलदार कमल सिंह की पत्नी व दोनो बच्चे कोटद्वार के पदमपुर में किराए के कमरे में रहते हैं। कल दोपहर करीब एक बजे कमल की अपनी पत्नी से वीडियो कॉल पर बात हुई थी, जिसमे उन्होंने गश्त के लिए निकलने की बात कही थी। कमल 22 गढ़वाल राइफल में तैनात थे। उन्हें देर रात कमल के बलिदान की सूचना मिली, जिसके बाद वे घर चले गए।
नवंबर में हुई थी बलिदानी अनुज नेगी की शादी
जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में सेवा के गश्ती दल पर हुए आतंकी हमले में बलिदान हुए प्रखंड रिखणीखाल के अंतर्गत ग्राम डोबरिया निवासी अनुज नेगी के परिवार में मातम का माहौल छाया हुआ है। अनुज के घर में उनके माता-पिता, पत्नी व छोटी बहन हैं। बीते वर्ष नवंबर माह में अनुज का विवाह हुआ था। अनुज मई माह के अंत में ही छुट्टी काट ड्यूटी पर वापस लौटे थे।
आदर्श के घर में छाया मातम
वहीं टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के रहने वाले राइफलमैन आदर्श नेगी ने भी अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। बलिदान की खबर के बाद उनके घर में कोहराम मच गया है। उनके स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है।
26 वर्षीय आदर्श टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर गांव के रहने वाले थे। उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करते हैं। आदर्श की बारहवीं तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कॉलेज पिपलीधार से हुई। 2019 में वह गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हो गए।