नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के चेयरमैन मनोज सोनी ने इस्तीफा दे दिया है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DOPT) सूत्रों की मानें तो सोनी ने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है। हालांकि अभी तक उनका इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है।
मनोज सोनी का कार्यकाल 2029 तक था, लेकिन उन्होंने पांच साल पहले ही इस्तीफा दे दिया। सोनी 2017 में UPSC में सदस्य बतौर जुड़े थे। वहीं पिछले साल मई में वो UPSC के अध्यक्ष बने। यूपीएससी के चेयरमैन का इस्तीफा ऐसे समय आया है, जब ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर विवाद चर्चा में है।
बने थे सबसे कम उम्र के कुलपति
मनोज सोनी 40 साल की उम्र में वडोदरा के प्रसिद्ध एमएस विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त हुए थे। इस तरह वे देश के सबसे कम उम्र के कुलपति बने थे। वो गुजरात के दो विश्वविद्यालयों में तीन बार कुलपति रह चुके हैं। इसके अलावा वो डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ओप यूनिवर्सिटी के भी कुलपति बने थे। उन्हें पीएम मोदी का करीबी माना जाता है।
पूजा खेडकर विवाद के बीच क्यों दिया इस्तीफा
बता दें कि ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर मामले को लेकर इन दिनों काफी हंगामा मचा हुआ है। दस्तावेजों में फर्जीवाड़े के आरोपों से घिरी ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ने नाम, माता-पिता का नाम, हस्ताक्षर, ईमेल, मोबाइल नंबर और पता बदलकर अपनी फर्जी पहचान बनाई।
UPSC ने खेडकर के खिलाफ कार्रवाई शुरू की कर दी है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू की गई है। इस विवाद के बीच यूपीएससी चेयरमैन के इस्तीफे ने सबको हैरान कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक, इस्तीफे के बाद सोनी अपना समय गुजरात में स्वामीनारायण संप्रदाय की एक ब्रांच अनूपम मिशन को देना चाहते हैं। ऐसे में पूजा खेडकर विवाद से उनका कोई कनेक्शन नही है।