मुंबई/नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का महासंग्राम शुरू हो चुका है। 10 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव आयोग नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है।
ऐसे संकेत हैं कि विजयादशमी के मौके पर महाविकास अघाड़ी (MVA) की पहली उम्मीदवार सूची की घोषणा की जाएगी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने भी कहा है के नवरात्रि के बाद महायुति गठबंधन की पहली लिस्ट आएगी।
दिल्ली में अमित शाह के साथ हुई एकनाथ शिंदे और अजित पवार की बैठक के बाद सीट शेयरिंग फॉर्म्युला लगभग तय कर लिया गया है। दावा किया जा रहा है कि पहली लिस्ट में 100 प्रत्याशियों के नाम जारी किए जाएंगे।
महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में चर्चा
हाल ही में बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में सह्याद्रि गेस्ट हाउस में महायुति नेताओं की बैठक हुई थी। खबर है कि इस बैठक में सीट आवंटन के फॉर्मूले को अंतिम रूप दे दिया गया था। हालांकि दिल्ली में एक और बैठक हुई और इस अंतिम लिस्ट पर फिर से फाइल चर्चा हुई और अब यही सूची दशहरे पर जारी की जाएगी।
पहली सूची में हो सकते हैं 100 नाम
महायुति की पहली सूची में सबसे ज्यादा सीटें बीजेपी को मिलेंगी। दूसरे नंबर पर एकनाथ शिंदे की शिवसेना और तीसरे नंबर पर अजित पवार रहेंगे। बीजेपी के सूत्रों की मानें तो 100 प्रत्याशियों की सूची में बीजेपी के 50,
एकनाथ शिंदे की शिवसेना के 36 और अजित पवार की एनसीपी के 14 उम्मीदवारों के नाम होंगे। पहली सूची में ज्यादातर मौजूदा विधायक शामिल होंगे। इसके अलावा खबर है कि बैठक में स्टार प्रचारकों के नामों पर भी चर्चा हुई।
10 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का ऐलान!
इस बीच पिछले कुछ दिनों से राज्य कैबिनेट की बैठकों में लिए जा रहे फैसलों की सुगबुगाहट को देखते हुए एक सप्ताह के भीतर विधानसभा चुनाव की घोषणा की संभावना को बल मिल रहा है।
इस बात की पूरी संभावना है कि 10 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव की घोषणा हो जाएगी। महाराष्ट्र के साथ-साथ झारखंड विधानसभा चुनाव की भी घोषणा हो सकती है।
इसलिए अजित पवार को तीसरे नंबर पर रखा
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पिछले हफ्ते स्वीकार किया था कि 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को अपने नए सहयोगी NCP से शिवसेना की तुलना में कम वोट मिले थे।
अजित पवार ने इससे पहले कहा था कि महायुति के सहयोगी दल एकजुट रहेंगे और वह विधानसभा चुनाव में गठबंधन की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे। अजित पवार की लोकसभा की परफॉर्मेंस को देखते हुए ही उन्हें तीसरे नंबर पर रखा गया है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का कहना है कि अधिकांश सीटों पर भाजपा, शिवसेना और NCP के वरिष्ठ नेता कुछ सीटों की अदला-बदली पर आम सहमति बना चुके हैं।
हालांकि एक सीट किसी पार्टी के पास है, लेकिन अगर हमें लगता है कि सहयोगी पार्टी का उम्मीदवार मजबूत है, तो ऐसी सीटों की अदला-बदली जीत की संभावना के आधार पर की जाएगी। सीट बंटवारे के फॉर्मूले को लेकर महायुति में कोई विवाद नहीं होगा।
पिछले चुनाव में क्या था सीट शेयरिंग फार्मूला?
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें हैं। 2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 164 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसके तत्कालीन गठबंधन सहयोगी, अविभाजित शिवसेना ने 124 सीटों पर चुनाव लड़ा था। दूसरी ओर, कांग्रेस और तत्कालीन अविभाजित NCP ने 125-125 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।
अब शिवसेना और NCP में विभाजन के बाद नए गठबंधन बने हैं और पार्टियों की संरचना के आधार पर महायुति और MVA दोनों में सीट बंटवारे के फॉर्मूले को फाइनल किया गया है।
MVA और महायुति दोनों के लिए कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां एक से अधिक पार्टियां दावा कर रही हैं और वे सीटें दोनों गठबंधनों में विवाद का विषय बनी हुई हैं।