अमृतसर। पंजाब के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर (श्री हरिमंदिर साहिब) के बाहर चली गोली है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की गोली मारकर हत्या करने का प्रयास किया है। पुलिस ने गोली चलाने वाले नारायण सिंह चौड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। ADCP हरपाल सिंह ने इसकी पुष्टि की है।
हमलवार को पिछले कल भी सुखबीर बादल के आसपास देखा गया था। फिलहाल पुलिस आरोपी को पकड़ कर अपने साथ ले गई है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। बता दें कि सुखबीर सिंह बादल अभी ‘तनखैया’ बनकर गुरुद्वारे में सेवा कर रहे थे।
सुखबीर बादल को घोषित किया था तनखैया
अकाल तख्त से सुखबीर को तनखैया घोषित किया है। तनखैया घोषित किए जाने के एक दिन बाद उन्होंने स्वर्ण मंदिर के बाहर ‘सेवादार’ के तौर पर काम किया। उन्होंने पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने बर्तन धोए थे।
बादल और ढींढसा के गले में छोटे-छोटे बोर्ड लटकाए गए थे जिसमें उनके ‘‘गलत कामों’’ को स्वीकार किया गया था। दोनों नेताओं ने एक घंटे तक ‘सेवादार’ के रूप में काम किया।
क्यों सुनाई थी सजा
बता दें कि पंजाब में 2007 से 2017 तक शिरोमणि अकाली दल सरकार की ओर से की गई ‘गलतियों’ के कारण बादल और अन्य नेताओं के लिए ‘तनखैया’ (धार्मिक दंड) की घोषणा करते हुए अकाल तख्त के सिख धर्मगुरु ने सोमवार को वरिष्ठ अकाली नेताओं को ‘सेवादार’ के रूप में सेवा करने, स्वर्ण मंदिर में बर्तन धोने और जूते साफ करने का निर्देश दिया था।
आदेश की घोषणा से पहले सुखबीर बादल ने अपनी गलतियों को स्वीकार किया, जिसमें पंजाब में शिअद के शासन के दौरान 2007 के ईशनिंदा मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को माफ करना भी शामिल था।