नई दिल्ली। भारी कर्ज में डूबे उद्योगपति अनिल अंबानी के दिन अब फिरने लगे हैं। उनकी एक कंपनी कर्ज-मुक्त बन गई है। रिलायंस पावर की सहयोगी कंपनी रोजा पावर सप्लाई कंपनी ने सिंगापुर स्थित कर्जदाता वर्डे पार्टनर्स को 485 करोड़ रुपये का और कर्ज चुका दिया है। इसके साथ ही रोजा पावर अब कर्ज-मुक्त कंपनी बन गई है।
कंपनी ने बयान में कहा कि उसने जीरो-डेट की स्थिति हासिल कर ली है और निर्धारित समय से पहले ही 1,318 करोड़ रुपये का भुगतान करके अपने बकाया ऋण का पूर्ण निपटान कर लिया है। इससे पहले रोजा पावर ने सितंबर में वर्डे पार्टनर्स को 833 करोड़ रुपये भुगतान किया था।
रोजा पावर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के निकट रोजा गांव में 1,200 मेगावाट का कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्र संचालित करती है। इससे रिलायंस पावर की बैलेंस शीट मजबूत होगी। कंपनी ने हाल में 1,525 करोड़ रुपये का प्रीफेरेंशियल इश्यू जारी किया था।
रेगुलेटरी जानकारी के मुताबिक कंपनी के प्रीफेरेंशियल इश्यू से रिलायंस पावर की नेटवर्थ 11,155 करोड़ रुपये से बढ़कर 12,680 करोड़ रुपये से अधिक हो जाने की उम्मीद है। इससे कंपनी को ग्रीन एनर्जी सेक्टर में अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका मिलेगा।
अपर सर्किट पर है शेयर
रिलायंस पावर देश में निजी सेक्टर की बड़ी कंपनियों में शामिल है। इसके पास कोल, गैस, हाइड्रो और रिन्यूएबल एनर्जी का बड़ा पोर्टफोलियो है। रिलायंस पावर की स्थापित क्षमता 5,300 मेगावाट है। बुधवार को कंपनी का शेयर BSE पर पांच फीसदी का अपर सर्किट छूने के बाद 43.47 रुपये पर बंद हुआ।
गुरुवार को भी बाजार में गिरावट के बावजूद कंपनी का शेयर अपर सर्किट में पहुंच गया। BSE पर यह शुरुआती कारोबार में 5 फीसदी तेजी के साथ 45.64 रुपये पर पहुंच गया। इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप 18,333.46 करोड़ रुपये पहुंच गया।