अमेठी। सुलतानपुर में सराफा डकैती मामले में मोहनगंज के जनापुर निवासी आरोपी अनुज प्रताप सिंह का पुलिस व एसटीएफ टीम ने उन्नाव में एनकाउंटर कर दिया था। जिसके बाद से ही परिवारजन एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे है।
पिता ने कही यह बात
पिता धर्मराज ने कहा था कि चलो ठाकुर का एनकाउंटर होने से अखिलेश यादव की इच्छा तो पूरी हो गई। जिनके ऊपर 35 से 40 केस हैं, उनका एनकाउंटर नहीं हो रहा है। पुलिस दो से चार केस वालों का एनकाउंटर कर रही है। मंगलवार को मृतक की बहन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह एनकाउंटर पर सवाल खड़ा कर रही है।
मृतक अनुज की बहन कह रही है कि पुलिस को वर्दी दी गई है, तो उसका गलत फायदा न उठाए। घटना में शामिल सभी लोगों का एनकाउंटर होना चाहिए। कहा कि कानून सच में अंधा है। कोई इंसाफ नहीं मिल रहा है।
पुलिस ने डकैती के आरोपित भाई का बेरहमी से एनकाउंटर किया है। गलत एनकाउंटर करने का आरोप लगाते हुए इंसाफ दिलाए जाने की मांग सरकार से की। कहा कि अगर कोई व्यक्ति गुनाह करता है, तो उसकी सजा कोर्ट देती है, न की पुलिस।
प्रलोभन देकर भाई को डकैती में किया शामिल
बहन ने बताया कि मेरा भाई पढ़ाई करता था, लेकिन सुलतानपुर लूटकांड के मुख्य आरोपित विपिन सिंह व विनय शुक्ला ने घर आकर भाई को घर, गाड़ी, बंगला आदि होने का प्रलोभन देकर गुजरात बुलाया।
गुजरात के सूरत में एक केस में फंसा दिया। यह घटना सत्य थी या झूठ इसका राजफाश विपिन सिंह व विनय शुक्ला ही कर सकते हैं। कहा कि एनकाउंटर की जांच कराई जाए। फर्जी एनकाउंटर करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
पुलिस की पहरेदारी में हुआ अंतिम संस्कार
मंगलवार पुलिस की पहरेदारी में शव का अंतिम संस्कार हुआ। वहीं शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का मृतक के घर तांता लग गया। कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रही।