आजमगढ़ और चित्रकूट एयरपोर्ट को डीजीसीए से अनुमति मिलने के बाद पहली उड़ान अगले माह से शुरू होगी। इससे दोनों जिलों के बीच सीधा जुड़ाव होगा। पहली उड़ान सेवा के साथ ही दोनों जिले हवाई मार्ग के जरिये श्रीराम सर्किट जुड़ जाएंगे।
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ेगी। इसे देखते हुए ही हवाई सेवा बेहतर बनाई जा रही है। वाराणसी, चित्रकूट, अयोध्या और आजमगढ़ एयरपोर्ट को एक दूसरे से जोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में बाबतपुर एयरपोर्ट की ऑपरेशन और तकनीकी टीम ने आजमगढ़ के मंदुरई एयरपोर्ट का दौरा किया। यह टीम पहली उड़ान की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है। पहली उड़ान सेवा चित्रकूट की शुरू होगी।
लाइसेंस मिला, अब सर्वे कराया जा रहा
नागरिक उड्डयन मंत्रालय महानिदेशक (डीजीसीए) ने 15 दिसंबर को आजमगढ़ एयरपोर्ट को एयरोड्रम लाइसेंस जारी कर चुका है। वहीं, चित्रकूट एयरपोर्ट को तीन दिन पूर्व नौ जनवरी को एयरोड्रम लाइसेंस जारी कर दिया गया। डीजीसीए की अनुमति के बाद विमानन कंपनियों की ओर से दोनों एयरपोर्ट के बीच सर्वे भी कराया जा रहा है।
बाबतपुर एयरपोर्ट सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य गोकुल शर्मा ने बताया कि चित्रकूट, आजमगढ़ और वाराणसी के बीच विमान सेवा शुरू होने से तीर्थ यात्रियों को कई विकल्प मिलेंगे। टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव प्रदीप राय ने बताया कि हवाई मार्ग से श्रीराम सर्किट जुड़ रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
चित्रकूट एयरपोर्ट को भी डीजीसीए से लाइसेंस मिल चुका है। दिन में ही विमान सेवाएं संचालित होंगी। आजमगढ़ एयरपोर्ट को भी लाइसेंस प्राप्त है। विमान सेवा परिचालन की तिथि जल्द घोषित होगी।
-पुनीत गुप्ता, निदेशक, लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, वाराणसी