अहमदाबाद। गुजरात के बनासकांठा लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार गनीबेन ठाकोर ने आज नामांकन फॉर्म भर दिया। नामांकन फॉर्म भरने से पहले उन्होंने ट्रैक्टर में बैठकर रैली निकाली और एक सभा को संबोधित किया। सभा में मौजूद भीड़ को संबोधित करते हुए गनीबेन भावुक हो गईं। जब गांव-गांव लोग मुझे फूल-मालाएं पहनाते थे… यह कहते-कहते वे रो पड़ी।
गनीबेन ठाकोर भावुक हो गईं और कहा, जब मैं गांव-गांव जाती हूं तो लोग मुझे फूल-मालाएं पहनाते हैं, तो उनका मुझ पर कर्ज होता है और लोकसभा कोई छोटी चीज नहीं है। पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ने पर भी टिकट नहीं मिलता, लेकिन जब इस बनासकांठा के लोगों के विश्वास ने मुझे टिकट दिया है, तो हे भगवान कृष्ण कन्हैया, मेरी नाव को बचाएं और मेरे बनासकांठा को सुरक्षित रखें।
गनी बेन ने आगे कहा, मैंने पिछले डेढ़ महीने से पूरे जिले के हर तालुका की यात्रा की है। इसलिए मुझे खुद चुनाव लड़ने का ज्यादा विचार नहीं था, लेकिन जब पूरा जिला, हमारा कांग्रेस मावडी मंडल और हमारे जिले के नेता जो टिकट मांग रहे थे, वे सभी एक नाम रखने के लिए एक साथ आए और कहा कि बेन हम अब खुद टिकट नहीं मांगते लेकिन समय और परिस्थिति के कारण आपको चुनाव लड़ना ही पड़ेगा।
सभा को संबोधित करते हुए गनीबेन ठाकोर ने कहा कि आज हम पूरे जिले में विभिन्न मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ रहे हैं, जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार आएगी तो गोहत्या पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। जनसत्ता एक तरफ और धन दूसरी तरफ। मेरी जीत मेरी अपनी नहीं, बल्कि मेरे अठारह सहयोगियों की होगी। मैं यह चुनाव बनासकांठा की आजादी के लिए लड़ना चाहती हूं।