धर्मांतरण केस में बड़ा खुलासा: मुस्तफाबाद के घर को रहमान ने बनाया था सेफ हाउस, इसलिए जाता था कश्मीर और बंगाल

3 Min Read
धर्मांतरण केस में बड़ा खुलासा: मुस्तफाबाद के घर को रहमान ने बनाया था सेफ हाउस, इसलिए जाता था कश्मीर और बंगाल

Agra conversion case: धर्मांतरण केस में बड़ा खुलासा हुआ है। अब्दुल रहमान ने मुस्तफाबाद के घर को सेफ हाउस बनाया था। मास्टरमाइंड रहमान घर में घूमने जाने की बात कहकर कश्मीर और पश्चिम बंगाल जाता था।  बेटे भी उसका साथ देते थे।

दिल्ली के पुराना मुस्तफाबाद में धर्मांतरण गिरोह के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान ने अपने घर को युवतियों के लिए सेफ हाउस बना रखा था। अलग-अलग इलाकों से आने वाली युवतियों को अपने पास रखता था। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि पत्नी और बेटों को उसके काम के बारे में पूरी जानकारी थी।

पकड़े गए बेटे, पिता के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता रहे हैं। यही कह रह हैं कि पिता घूमने जाने की कहकर कश्मीर, पश्चिम बंगाल, नेपाल और भूटान गए थे। वह जेल में निरुद्ध कलीम सिद्दीकी की कमान संभाल रहे थे। उसकी पुस्तकें वितरित करते थे।

अब्दुल रहमान के दो बेटे गिरफ्तार
पुलिस ने धर्मांतरण के मामले में मूलरूप से फिरोजाबाद के रामगढ़ निवासी अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल को गिरफ्तार किया था। वहीं बुधवार को उसके दो बेटे अब्दुल्ला और अब्दुल रहीम को गिरफ्तार किया। पुलिस ने तीनों से अलग-अलग पूछताछ की।

रहमान का कलीम सिद्दीकी से कनेक्शन
अब्दुल रहमान का कलीम सिद्दीकी से कनेक्शन सामने आने के बाद एनआईए और एटीएस की टीम भी पूछताछ में लगी हैं। वह अपना मुंह नहीं खोल रहा है। यही बताया कि वह भूटान और नेपाल भी जा चुका है। कुछ किलोमीटर ही गया था। इसके बाद वापस आ गया। इस पर बेटों से पूछताछ की गई।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों बेटे जूते बेचने का काम करते हैं। अब्दुल्ला ठेल लगाता है जबकि रहीम दुकान पर काम करता है। एक बेटे ने पुलिस को बताया कि पिता इस साल फरवरी और पिछले साल कश्मीर गए थे। उन्हें बताया था कि घूमने जा रहे हैं। उनके साथ दो और लोग थे। एक सप्ताह बाद लाैटकर आए थे।

अन्य स्थानों पर भी जाया करते थे। घर में युवतियों को भी लाया जाता था। पुलिस को आशंका है कि पूरा परिवार युवतियों को धर्म परिवर्तन के लिए तैयार करता था लेकिन वो खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं हैं।

Share This Article
Leave a Comment

Please Login to Comment.

Exit mobile version