पटना। बिहार के मोकामा प्रखंड के पंचमहला थाने के नौरंगा-जलालपुर गांव में बुधवार को मोकामा के पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह और बदमाश सोनू-मोनू गैंग के बीच हुई फायरिंग मामले में थाने में 3 एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस मामले में पुलिस का भी बयान सामने आया है। अनंत सिंह और समर्थकों के खिलाफ पुलिस के काम में बाधा डालने के आरोप में हुआ है।
बुधवार देर रात हुई थी अंधाधुंध फायरिंग
बता दें कि बिहार के मोकामा के नौरंगा-जलालपुर गांव में बुधवार को अचानाक अंधाधुंध फायरिंग होने लगी। इलाके में दो पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह बाल-बाल बच गए। इस गोलीबारी में अनंत सिंह को कोई चोट नहीं आई है लेकिन उनके एक समर्थक की गर्दन में गोली लगी है।
इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। घटना के बाद नौरंगा गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस द्वारा अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। हालांकि, पुलिस ने गैंगवार की संभावना से इनकार किया है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, सोनू-मोनू गैंग ने गांव के एक परिवार के साथ मारपीट करते हुए घर से बाहर कर ताला जड़ दिया था। इस मामले की सूचना मिलने पर अनंत सिंह के समर्थक सोनू-मोनू गैंग के घर आ धमके।
अनंत सिंह के समर्थकों को देखकर दोनों भाइयों ने फायरिंग शुरू कर दी डीएसपी राकेश कुमार ने सोनू- मोनू के घर पर ही फायरिंग की बात स्वीकार की।
पुलिस ने मौके से तीन खोखे भी बरामद किए हैं। फायरिंग की घटना में पूर्व विधायक बाल-बाल गच गए। घटना के बाद से गांव में भारी तनाव है। गांव में कई थाने की पुलिस कैंप कर रही है।
विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर थे अनंत सिंह
जानकारी के मुताबिक पूर्व विधायक अनंत सिंह मोकामा विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर थे। इसी दौरान नौरंगा जलालपुर गांव में आम लोगों से मिली कुछ शिकायतों के निराकरण को लेकर वे वहां पहुंचे थे। ग्रामीणों की समस्या सुन रहे थे।
इसी दौरान कोई शख्स ने सोनू-मोनू के दबंगई के बारे में जानकारी दी। फिर क्या था अनंत सिंह के समर्थक आगे-आगे चलते रहे और सोनू-मोनू गैंग के घर पर धावा बोल दिया। फिर इसी दौरान सोनू-मोनू गैंग ने हमला बोल दिया। गनीमत थी कि अनंत सिंह पीछे खड़े थे।