बिहपुर (भागलपुर)। बिहार के भागलपुर जिले के बिहपुर विधानसभा क्षेत्र से BJP विधायक ई. शैलेंद्र मुसलमानों को लेकर दी अपने विवादित बयान से पलट गए हैं। दरअसल, उन्होंने कहा था कि संविधान, सनातन, मंदिर व मोदी का मुसलमान विरोध करता है। मैं हारना पसंद करूंगा, लेकिन मुस्लिमों का वोट नहीं चाहिए। शैलेंद्र के इस बयान पर घमासान मच गया था।
मैं सिर्फ देश तोड़ने वाले मुसलमानों का विरोध करने की बात कहा था
अब इस बयान पर विधायक की सफाई सामने आई है, उन्होंने कहा है कि वह सिर्फ देश को तोड़ने वाले मुसलमानों का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं वैसे मुसलमानों का विरोध करता हूं जो कि देश के बारे में नहीं सोचते हैं। मेरे बयानों को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया।
क्या था ई. शैलेंद्र का विवादित बयान
ई. शैलेंद्र ने कहा कि उन्होंने पिछले 10 वर्षों में मुसलमानों के लिए सड़क, बिजली, जल निकासी, ट्रांसफार्मर की समस्या दूर की, लेकिन उन्हें मुसलमानों के 10 वोट भी नहीं मिले। मुसलमान 10-12 बच्चे पैदा कर देश की आर्थिक स्थिति कमजोर कर रहे हैं।
सीमा पर सैनिकों को कौन मार रहा है? राजद वाले मस्जिद में टोपी पहन कर जाते हैं, लेकिन तिलक-चोटी का विरोध करते हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ अत्याचार हो रहा है, लेकिन राजद वाले चुप हैं।
उन्होंने लोगों से संगठित होकर वोट करने की अपील करते हुए कहा था कि बिहपुर विधानसभा क्षेत्र के समुचित विकास के लिए भाजपा का लगातार विधायक बनना जरूरी है। जनता के बंटने से विकास बाधित हो जाता है। उन्होंने कहा कि राजद वाले भाजपा को हिंदू की पार्टी कहते हैं तो हमलोगों को बुरा नहीं लगता है। फिर राजद को मुसलमान की पार्टी कहना गलत कैसे हो गया।
राजद कार्यकर्ताओं ने ई. शैलेंद्र का पुतला दहन किया
राजद कार्यकर्ताओं ने बिहपुर विधायक ई. शैलेंद्र का पुतला दहन किया। विरोध में सभी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अलख निरंजन पासवान, प्रखंड अध्यक्ष केदार शर्मा, अवनीश कुमार, मु़ शोएब अली, वंशराज यादव, मु़ अजय अली, सुभाष यादव, जरीफउद्दीन, अरुण यादव, हरवेंद्र यादव, सतीश यादव मौजूद थे।
कौन हैं ई. शैलेंद्र?
ई. शैलेंद्र ने बिहपुर विधानसभा से 2015 और 2020 में जीत दर्ज की है। 1991 में आईसीई मोतिहारी बिहार विश्वविद्यालय से स्नातक किया है। उन्होंने बीएससी के साथ इंजीनियरिंग भी की है। इनके खिलाफ तीन आपराधिक मामले हैं।