पटना। बिहार की राजधानी पटना जिले के मोकामा के नौरंगा इलाके में हुई फायरिंग मामले में एमपी/एमएलए के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी सह एसीजेएम वन अमित वैभव की अदालत ने गुरुवार को पूर्व विधायक अनंत सिंह की नियमित जमानत याचिका खारिज कर दी।
30 जनवरी को याचिका दाखिल की गई थी
अनंत सिंह के अधिवक्ता सुनील कुमार सिंह ने 30 जनवरी को अदालत में नियमित जमानत याचिका दायर किया था। 30 जनवरी को सुनवाई के बाद अदालत ने पुलिस से केस डायरी की मांग की थी और सुनवाई के लिए 5 फरवरी की तिथि मुकर्रर की थी।
5 फरवरी को अदालत ने आदेश सुरक्षित रख लिया था
5 फरवरी को नियमित जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद अदालत ने आदेश सुरक्षित रख लिया था। आज अदालत ने अनंत सिंह की नियमित जमानत याचिका खारिज कर दी।
बताते चलें कि मोकामा के पंचमहल थाना क्षेत्र के नौरंगा जलालपुर इलाके में 22 जनवरी को हुई फायरिंग मामले में पूर्व विधायक अनंत सिंह को नामजद आरोपित किया गया है।
इस मामले में अनंत सिंह बाढ़ न्यायालय में 24 जनवरी को आत्मसमर्पण किया था। अदालत ने आरोपित को न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया था। उसी दिन से अनंत सिंह जेल में हैं।
अनंत सिंह मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?
22 जनवरी को नौरंगा-जलालपुर गांव में बुधवार को मोकामा के पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह और बदमाश सोनू-मोनू गैंग के बीच फायरिंग हुई
एक मकान में सोनू-मोनू गैंग द्वारा ताला मारने के बाद विवाद बढ़ गया और फिर दोनों पक्षों में जमकर गोलीबारी हुई।
अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच 70 से 80 राउंड गोलियां चलीं थीं, जिसमें अनंत सिंह बाल-बाल बचे थे।
वारदात के दौरान अनंत सिंह के एक समर्थक को गोली लग गई थी।
इस मामले में पुलिस ने अनंत सिंह और सोनू मोनू को नामजद करते हुए कुल तीन FIR दर्ज की थीं।
जलालपुर नौरंगा गांव में फायरिंग की घटना से थाने की दूरी महज 500 मीटर है।
पटना जिला के अंदर आने वाला पंचमहला थाना घटनास्थल के बिल्कुल करीब है।
वहीं, डुमरा पंचायत के हेमजा गांव में जो फायरिंग की घटना हुई है, वहां से थाने की दूरी महज एक किलोमीटर है।
23 जनवरी को इस पूरे मामले में मोकामा प्रखंड के पंचमहला थाने में 4 एफआईआर दर्ज कराई गईं।
पूर्व विधायक अनंत सिंह और समर्थकों के खिलाफ भी पुलिस के काम में बाधा डालने के आरोप में FIR दर्ज कराई गई।
24 जनवरी को लगभग 2 बजे अनंत सिंह ने सरेंडर कर दिया।