नरकटियागंज (पश्चिम चंपारण)। बिहार के नरकटियागंज के बसंतपुर गांव के पास करताहा नदी में छलांग लगाकर रील्स बनाने गए चार छात्रों में तीन नदी में डूब गए, जिसमें दो किशोरों की मौत हो गई है। ग्रामीण गोताखोरों के करीब 4:30 घंटे के प्रयास के बाद डूबे दोनों किशोरों का शव करीब 11 बजे रात को नदी से निकाला गया।
मृत किशोरों की पहचान छरदवाली तिवारी टोला के निवासी सचिन कुमार (15) पुत्र मोहन यादव और प्रिंस कुमार (16) पुत्र जयप्रकाश सिंह के रूप में की गई है। जबकि, उन्हें बचाने गया तीसरा किशोर अंकित पांडे (16) पुत्र रिंटू पांडेय जैसे तैसे नदी से निकला। उसकी भी हालत काफी खराब थी।
उसका स्थानीय चिकित्सक के यहां इलाज चल रहा है, जबकि चौथा किशोर हिमांशु कुमार (15) पुत्र मोहन सिंह तैरना नहीं जानता था। इसलिए उसने नदी में छलांग नहीं लगाई। शुक्रवार की शाम करीब 6 बजे की इस घटना के बाद वह काफी डरा सहमा था और कहीं जाकर छुप गया।
गोताखोरों ने निकाला शव
ग्रामीणों को घटना की सूचना मिली तो लोग घटनास्थल पहुंचे। साठी थानाध्यक्ष धीरज कुमार के साथ पुलिसकर्मी भी वहां पहुंचे। नदी में डूबे दोनों किशोर की तलाश ग्रामीण कर रहे थे। इस दौरान घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर ग्रामीण गोताखोरों ने उनका शव निकाला। दोनों किशोरों का शव देखकर उनके स्वजनों में कोहराम मच गया। घटना के बाद पूरे गांव में मातम छा गया।
पुलिस और ग्रामीणों का कहना है कि गांव के चारो किशोर रील्स बनाने के लिए नदी के तट पर गए थे। बारी-बारी छलांग लगाकर रील्स बना रहे थे। इस क्रम में सचिन कुमार और प्रिंस कुमार तट से नदी में छलांग लगाए। वहां गहराई अधिक थी।
तीसरा किशोर किसी तरह अपनी जान बचाकर निकला
जब वे डूबने लगे तो एक किशोर उन्हें बचाने का प्रयास किया। वह थोड़ा बहुत तैरना जानता था, लेकिन जब वह भी डूबने लगा तो किसी तरफ अपनी जान बचाकर पानी से बाहर निकला। घटना की सूचना लोगों को लगी। ग्रामीणों ने बताया कि डूबे किशोरों की तलाश में जब अधिक समय लगने लगा और काफी अंधेरा हो गया तो चिंता बढ़ने लगी।
SDRF को भी दी सूचना
थानाध्यक्ष ने वरीय अधिकारियों को सूचना देते हुए SDRF को भी सूचना दी लेकिन ग्रामीणों ने अपने प्रयास को जारी रखा था और चंद घंटे बाद उन डूबे किशोरों को नदी से निकाला, जिनकी मौत हो चुकी थी। थानाध्यक्ष धीरज कुमार ने बताया कि रील्स बनाने के क्रम में दोनों किशोरों की नदी में डूबने से मौत हो गई है। उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए जीएमसीएच बेतिया भेजा जा रहा है।