नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज लगातार रिकॉर्ड आठवां बजट पेश करेंगी। बजट के राजकोषीय रूप से विवेकपूर्ण होने के साथ-साथ इसमें कमजोर पड़ती आर्थिक वृद्धि को सहारा देने, उच्च कीमतों और स्थिर वेतनवृद्धि से जूझ रहे मध्यम वर्ग पर बोझ कम करने के उपाय शामिल होने की उम्मीद है।
राष्ट्रपति भवन के लिए निकलीं वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त मंत्रालय से राष्ट्रपति भवन के लिए निकल गई हैं। जहां वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगी और उन्हें बजट की कॉपी सौंपेंगी।
सरकार के पास कहां से आता है पैसा?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जुलाई 2024 में 48.21 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था। इस बजट को आधार बना कर देखें तो हम यह समझ सकेंगे कि बजट के हर एक रुपये का कितना पैसा कहां से आया और कहां गया।
पिछले बजट में जो आंकड़े साझा किए थे उसके अनुसार, एक रुपये का 27 पैसा उधारी और अन्य प्रकार की देयताओं के जरिए जुटाया गया। ऋणों के बाद सरकार के खाते में सबसे ज्यादा राशि इनकम टैक्स के जरिए जुटाए गए।
इस मद से सरकार के खाते में आए एक रुपये का 19 पैसे आया। उसके बाद 18 से पैसे से अधिक की आमदनी माल व सेवा कर और अन्य करों की वसूली से हुई। कंपनियों पर लगने वाले टैक्सों या निगम कर के जरिए सरकार ने अपने खाते में आने वाले एक रुपये के 17 पैसे जुटाए।
बजट 2024 के आंकड़ों के अनुसार करों के अलावे अन्य स्रोतों से के जरिए सरकार ने एक रुपये का 9 पैसे जुटाया। वहीं, केंद्रीय उत्पाद शुल्क से सरकार के खाते में पांच पैसे और सीमा शुल्क वसूली से चार पैसे आए। उधार के अलावे अन्य स्रोतों से पूंजीगत प्राप्ति के तहत सरकार ने एक रुपये में एक पैसे की आमदनी हासिल की।