पटना: बिहार में दोनों गठबंधनों में टिकट बंटवारे को लेकर तकरार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। एनडीए में चिराग पासवान और जीतन राम मांझी लगातार सीटों के बंटवारे पर दबाव बनाए हुए हैं तो महागठबंधन में बैठक पे बैठक चल रही है लेकिन फिलहाल इसका कोई नतीजा नहीं निकल रहा है। इस बीच पटना में चिराग पासवान की पार्टी LJP(R)की इमरजेंसी बैठक हो रही है। वहीं चिराग पासवान ने भी बड़ा बयान दिया है कि जब तक वो मंत्री हैं तब तक उनके पास मंत्रालय की भी जिम्मेदारी है।
LJP (R) की पटना में इमरजेंसी मीटिंग चिराग पासवान ने एनडीए पर पूरा प्रेशर बना दिया है। उनकी पार्टी LJP(R) ने पटना में इमरजेंसी बैठक बुलाई है। इस बैठक की अध्यक्षता LJP(R) संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष अरुण भारती कर रहे हैं। बैठक में पार्टी के सांसद राजेश वर्मा, शांभवी चौधरी, अरुण भारती मौजूद हैं। LJP (R) की ओर से मीडिया को जो चिट्ठी भेजी गई है उसमें इसे इमरजेंसी मीटिंग बताया गया है। लेकिन इस बैठक में खुद चिराग पासवान मौजूद नहीं हैं। चिराग पासवान बुधवार रात ही दिल्ली रवाना हो गए। माना जा रहा है कि प्रेशर पॉलिटिक्स के तहत चिराग ने इसे ‘आपातकालीन’ नाम दिया गया है।
वहीं दिल्ली में चिराग पासवान ने दिल्ली में बहुत बड़ा बयान दिया है। चिराग पासवान ने कहा कि जब तक वो मंत्री हैं उनके पास मंत्रालय की भी जिम्मेदारी हैं और इसी सिलसिले में वे दिल्ली आए हैं। वहीं टिकट बंटवारे से जुड़े सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि इस पर बातचीत चल रही है। बता दें कि चिराग पासवान एनडीए में ज्यादा से सीटें लेने की कोशिश में पूरा प्रेशर क्रिएट कर रहे हैं।
चिराग को चाचा ने दी चुनौती! हालांकि चिराग पासवान के चाचा और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के प्रमुख पशुपति कुमार पारस भी अब उनके लिए एक चुनौती बनते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी उन सभी निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारेगी जहां उनके भतीजे की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) चुनाव लड़ेगी। आरएलजेपी प्रमुख ने यह घोषणा पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में की। पारस ने पिछले वर्ष केंद्रीय मंत्रिपरिषद से तब इस्तीफा दिया था जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2024 के लोकसभा चुनाव में चिराग को साथ लेने का निर्णय किया था।

