लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के एक पोस्ट के बाद सूबे की राजनीति गरमा गई है। पुराने कांग्रेसी और मौजूदा समय में बीजेपी सरकार में मंत्री दिनेश सिंह ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को लेकर विवादित पोस्ट कर दिया। जिसके बाद कांग्रेस के नेताओं ने दिनेश सिंह पर जमकर हमला बोल दिया है।
रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ चुके मंत्री दिनेश सिंह के बंगले के गेट पर कांग्रेस नेता अनिल यादव ने कालिख पोतते हुए चोर और बेईमान लिख दिया है। हालांकि इसके कुछ ही देर बाद उस कालिख पर पेंट कर दिया गया है।
दरअसल केरल की वायनाड सीट से राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद वायनाड सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। कांग्रेस ने इस सीट से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को उम्मीदवार घोषित किया है। प्रियंका पहली बार किसी चुनाव में खुद ताल ठोक रही हैं।
यूपी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने प्रियंका गांधी को लेकर अपमानजनक टिप्पणी कर दी है। दिनेश ने पोस्ट करते हुए लिखा कि अन्ततः लड़की लड़ नहीं पाई और भाग ही गई वहां जहां लड़ना न पड़े। बूढ़ी जो हो गई।
अन्ततः लड़की लड़ नहीं पाई और भाग ही गई वहां जहां लड़ना न पड़े। बूढ़ी जो हो गई।#WaynadLoksabhaByeElection
— Dinesh Pratap Singh (@RBLDineshSingh) October 16, 2024
दिनेश प्रताप सिंह के इस पोस्ट के बाद यूपी कांग्रेस अध्यक्ष से लेकर तमाम कांग्रेस नेताओं ने दिनेश प्रताप सिंह पर हमलों की बौछार कर दी है।
इसी क्रम में यूपी कांग्रेस के संगठन महासचिव अनिल यादव लखनऊ के गौतमपल्ली स्थित मंत्री दिनेश सिंह के सरकारी आवास पर पहुंच गए और आवास पर लगी नेम प्लेट पर कालिख पोत दी। इसके साथ ही गेट पर चोर और बेईमान लिख दिया है।
इस दौरान दिनेश प्रताप सिंह मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। अनिल यादव ने कहा कि हमारी नेता के खिलाफ अगर कोई गलत बयानबाजी करेगा तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। दिनेश सिंह की औकात है तो सड़क पर आए, निपट लेंगे।
इसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अनिल ने कहा कि यदि उनके अंदर हिम्मत है तो सड़क पर आकर जवाब दें। उन्होंने कहा कि हम महिलाओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं करेंगे।
आनन-फानन में कराया गया साफ
हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद सरकारी कर्मचारी फौरन हरकत में आए। गेट के आगे गाड़ी खड़ी करके लिखा हुआ छिपाया गया। और गेट पर अखबार चिपका दिया गया। इसके बाद आनन-फानन में पेंटर बुलाकर कालिख की रंगाई पुताई कराकर साफ कर दिया गया।