लखनऊ। सिपाही सीधी भर्ती की लिखित परीक्षा कराने वाली गुजरात की एजूटेस्ट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के संचालक विनीत आर्या से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को करीब 8 घंटे तक गहन पूछताछ की है।
सूत्रों की मानें तो विनीत आर्या पेपर लीक होने की वजहों के बारे में पूछे गए सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। उन्होंने कंपनी द्वारा लापरवाही बरते जाने के आरोपों को भी सिरे से खारिज कर दिया।
ईडी उन्हें जनवरी माह के दूसरे सप्ताह में दोबारा तलब करके पूछताछ करने की तैयारी में हैं। दरअसल, फरवरी माह में आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद ईडी ने भी केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।
ED ने तमाम आरोपियों से पूछताछ के बाद एजूटेस्ट कंपनी के संचालक विनीत आर्या को नोटिस देकर तलब किया था। मंगलवार को जांच अधिकारियों के सामने पेश होने के बाद जब उनसे पेपर लीक होने की वजहों के बारे में पूछा गया तो वह गोलमोल जवाब देने लगे।
वहीं अहमदाबाद के वेयरहाउस में पेपर बॉक्स की सुरक्षा का पुख्ता बंदोबस्त नहीं किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने सारा ठीकरा उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड पर फोड़ दिया।
अब ईडी के अधिकारी भर्ती बोर्ड से टेंडर के दस्तावेज लेने के बाद उन्हें दोबारा तलब करेंगे। इस दौरान टेंडर में दी गई शर्तों के बारे में उसने सवाल पूछे जाएंगे।
STF भी कर चुकी है पूछताछ
बता दें कि ED से पहले STF भी विनीत आर्या से पूछताछ कर चुकी है, हालांकि उनका पूरा बयान दर्ज नहीं हो सका था। अब एसटीएफ भी उन पर कानूनी शिकंजा कस सकती है।
दरअसल, STF की जांच में सामने आया है कि एजूटेस्ट ने TCI एक्सप्रेस ट्रांसपोर्ट कंपनी के अहमदाबाद स्थित वेयरहाउस में पेपर बॉक्स रखवाए थे, जिसमें से पेपर चोरी करके फोटो खींचा गया था।
बाद में इसे अभ्यर्थियों को मध्य प्रदेश और हरियाणा के रिसॉर्ट में लाखों रुपये लेकर पढ़वाया गया था। एसटीएफ की जांच में पेपर लीक होने में एजूटेस्ट की लापरवाही सामने आई थी।